रतलाम।मध्यप्रदेश में यूरिया के लिए हाहाकर मचा हुआ है. लेकिन कृषि मंत्री और जिला प्रभारी मंत्री सचिन यादव ने पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध कराने का दावा किया था. लेकिन उनका दावा पूरी तरह से गलत साबित हुआ है. रतलाम के दिलीप नगर स्थित वेयर हाउस पर किसान लंबी लाइन लगाकर घंटों तक 2 बोरी यूरिया मिलने का इंतजार करते रहे. किसान अपनी पावती, खसरा और नकल से लाइन लगाकर यूरिया मिलने के इंतजार करते रहे.
यूरिया संकट से जूझ रहा किसान, कृषि मंत्री सचिन यादव ने किया पर्याप्त खाद का दावा - रतलाम न्यूज
रतलाम में दिलीप नगर स्थित वेयर हाउस पर किसान लंबी लाइन लगाकर घंटो तक 2 बोरी यूरिया मिलने का इंतजार कर रहे हैं.
जिले के प्रभारी मंत्री सचिन यादव सोमवार को जिले के दौरे पर आए थे. उसी दौरान कृषि मंत्री ने ये दावा किया था की जिले में किसानों को रबी सीजन के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराया जाएगा. लेकिन ईटीवी भारत की टीम ने रतलाम के दिलीप नगर स्थित खाद वितरण केंद्र पर लाइन में लगे किसानों से चर्चा की तो पता चला कि यूरिया खाद के लिए किसानों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है. प्रशासन द्वारा शुरू किए गए खाद वितरण केंद्रों पर किसानों को घंटों लाइन में लगकर महज 2 बोरी यूरिया मिल रही है.
बता दें कि किसानों को खासकर गेहूं की फसल में पहली और दूसरी सिंचाई के दौरान यूरिया खाद की आवश्यकता होती है. लेकिन इसी समय यूरिया खाद की सबसे ज्यादा कमी होने से किसान अपने खेतों में खाद नहीं डाल पा रहा है. बहरहाल प्रदेश के कृषि मंत्री सचिन यादव भले ही पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद उपलब्ध होने के दावे पर दावे कर रहे हैं. लेकिन किसानों की माने तो रतलाम जिले में अब भी यूरिया की किल्लत बनी हुई.