रतलाम।केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के आंकड़ों पर नजर डालें, तो ऐसा लगने लगा है कि, अब किसानों का भरोसा इस योजना से उठने लगा है. दरअसल रतलाम जिले में प्रीमियम जमा करने की अंतिम तारीख निकलने के बाद पंजीयन के लिए तारीख 31 अगस्त तक बढ़ा दी गई है. लेकिन जिले के 2 लाख 35 हजार किसानों में से महज 83 हजार किसानों ने अब तक पंजीयन कराया है.
इतना ही नहीं, बैंक से ऋण नहीं लेने वाले करीब 75 हजार किसानों में से महज 1200 किसानों ने खरीफ सीजन के लिए फसल बीमा का लाभ लेने के लिए पंजीयन कराया है, जिससे किसानों कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर घटती रुचि साफ दिखाई देती है. दरअसल केंद्र सरकार की प्रमुख बड़ी योजनाओं में से एक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को व्यापक प्रचार-प्रसार के साथ किसानों के लिए लाभदायक बताया गया था, लेकिन वास्तविकता में कई तकनीकी खामियों के चलते किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ मिल ही नहीं पा रहा है.
अब तक नहीं तय हुई बीमा कंपनी
रतलाम जिले के आंकड़ों की बात करें तो जिले के 2 लाख 35 हजार किसानों में से महज 83 हजार 267 किसानों ने ही खरीफ सीजन में फसल बीमा योजना का प्रीमियम जमा कराया है. खास बात यह है कि, मध्यप्रदेश में अब तक प्रधानमंत्री फसल बीमा के लिए इंश्योरेंस कंपनी का निर्धारण ही नहीं हो सका है. जबकि किसानों द्वारा योजना में रुचि नहीं लिए जाने के बाद एक बार फिर फसल बीमा का पंजीयन कराने के लिए अंतिम तारीख को बढ़ाया गया है.
किसानों की गुहार