रतलाम। जिले के जावरा में शनिवार को एक बुजुर्ग व्यक्ति की सिविल अस्पताल के गेट पर इलाज न मिलने के कारण मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि बुजुर्ग व्यक्ति का बेटा अपने पिता को इलाज के लिए सिविल अस्पताल लेकर आया था, लेकिन करीब डेढ़ घंटे तक बुजुर्ग को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया, जिसके कारण सिविल अस्पताल के बाहर कार में ही उनकी मौत हो गई.
- बेटे की गोद में तोड़ा दम
परिजनों के मुताबिक, हरियाखेड़ा गांव के 70 वर्षीय निवासी ओंकारलाल पाटीदार की तबियत खराब होने पर उनका बेटा और वह उन्हें इलाज के लिए उन्हें जावरा के सिविल हॉस्पिटल में लाए थे. मरीज को लेकर वह अस्पताल के ओपीडी कक्ष के बाहर करीब डेढ़ घंटे तक बैठे रहे क्योंकि बुजुर्ग को इलाज के लिए हॉस्पिटल का कोई भी वार्ड बाय या कर्मचारी उन्हें अंदर नहीं ले गया. जिसके बाद कार में बुजुर्ग और उनका बेटा डॉक्टर और इलाज का इंतजार करता रहा और इलाज न मिलने पर बेटे की गोद में ही उनकी मौत हो गई.