रतलाम। हमारे देश में चाय के शौकीनों की तो कमी नहीं है, लेकिन चाय के शौकीनों में अब एक गजराज भी शामिल हो चुके हैं. जी हां रतलाम में इन दिनों एक चाय की दुकान वाले और हाथी की जुगलबंदी के खूब चर्चे हैं. जहां एक हथिनी रोजाना एक चाय की दुकान पर पहुंचकर चाय पीने के बाद ही आगे बढ़ती है.
चाय पीने हर रोज दुकान पर पहुंचती है हथिनी रतलाम के डालू मोदी चौराहे पर स्थित एक चाय-नाश्ते की दुकान पर करीब 15 दिनों से एक हाथिनी रोजाना चाय पीने पहुंचती है. जहां दुकान मालिक उसे लोटा भर कर चाय पिलाते हैं, जिसके बाद हथिनी आगे के गंतव्य पर निकल जाती है. खास बात ये भी है कि चाय की शौकीन ये हथिनी सिर्फ इस दुकान की बनी चाय ही पीना पसंद करती है. हथिनी और दुकानदार की ये दोस्ती दिनों दिन गहराती जा रही है.
चाय पीने की शौकीन इस मादा हाथी का नाम लक्ष्मी है. जो अपने महावत के साथ थावरिया बाजार से त्रिवेणी क्षेत्र की ओर रोजाना जाती है. एक दिन डालू मोदी चौराहा स्थित रेस्टोरेंट के मालिक ने महावतों को चाय पीने के लिए दी तो मादा हाथी ने भी चाय का स्वाद चख लिया. इसके बाद हथिनी को चाय का स्वाद ऐसा भाया कि चाय पीये बिना दुकान के आगे एक भी कदम नहीं रखती है.
दुकान संचालक नरेंद्र यादव का कहना है लक्ष्मी प्रतिदिन 8:00 बजे चाय की दुकान पर पहुंच जाती है. जिसके बाद वो लक्ष्मी के लिए चाय बनाते हैं और उसे लोटे से चाय पिलाते हैं. चाय पीने के बाद लक्ष्मी आगे बढ़ जाती है. रूठने मनाने और चाय पीने का ये सिलसिला बीते 15 दिनों से जारी है. जिसे देख लोग आश्चर्य से भर जाते हैं. महावत भी लक्ष्मी के इस अनोखे चाय प्रेम को देखकर हैरान है.
हथिनी का दुकानदार के प्रति प्रेम भी ऐसा है कि वो सिर्फ नरेंद्र यादव के दुकान की ही चाय पीना पसंद करती है, जब दूसरे दुकानदार उसे चाय पिलाने की कोशिश करते हैं तो वो सिर्फ चाय को सूंघकर आगे बढ़ जाती है.