रतलाम। रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट पर आखिरी चरण यानि कि 19 मई को मतदान होना है. दोनों ही बड़ी पार्टियों के उम्मीदवारों ने इस सीट से अपना नामांकन भी दाखिल कर चुके हैं. इसके बाद भी रतलाम में अब तक चुनावी माहौल देखने को नहीं मिला है. शहर में कांग्रेस-भाजपा के बैनर, झंडे और होर्डिंग्स कहीं भी दिखाई नहीं दे रहे हैं. दोनों ही पार्टियों के कार्यकर्ताओं की बैठकों का दौर जरूर चल रहा है, लेकिन चुनावी माहौल अब तक परवान नहीं चढ़ पाया है.
रतलाम- झाबुआ लोकसभा सीट पर ठंडा है चुनावी माहौल, नामांकन के बाद भी चुनाव प्रचार करने नहीं निकल रहे उम्मीदवार - Madhya Pradesh
रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट पर आखिरी चरण यानि कि 19 मई को मतदान होना है. दोनों ही बड़ी पार्टियों के उम्मीदवारों ने इस सीट से अपना नामांकन भी दाखिल कर चुके हैं. इसके बाद भी रतलाम में अब तक चुनावी माहौल देखने को नहीं मिला है.
![रतलाम- झाबुआ लोकसभा सीट पर ठंडा है चुनावी माहौल, नामांकन के बाद भी चुनाव प्रचार करने नहीं निकल रहे उम्मीदवार](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-3143147-thumbnail-3x2-ratlam.jpg)
कांग्रेस के उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया और बीजेपी के उम्मीदवार जीएस डामोर भी अब तक रतलाम में चुनाव प्रचार करने नहीं आये हैं. रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट की 8 विधानसभाओं में रतलाम, सैलाना और रतलाम ग्रामीण सीट पर किसी तरह की चुनावी गतिविधियां अब तक नहीं देखी गई हैं. कांग्रेस के उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया और बीजेपी के उम्मीदवार जीएस डामोर अपने-अपने नामांकन दाखिल कर चुके हैं, लेकिन दोनों ही जिले की तीनों विधानसभा सीटों में से किसी में भी प्रचार करने नहीं पहुंचे हैं.
दोनों ही पार्टियों की प्रचार सामग्री के झंडे, बैनर, पोस्टर और होर्डिंग नहीं लगने से चुनावी माहौल निर्मित नहीं हो पाया है. कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि ट्रायबल सीट होने से डोर टू डोर प्रचार ज्यादा करना पड़ रहा है और 1 तारीख के बाद पार्टी के बड़े नेता चुनावी सभाएं करेंगे. वहीं भाजपा का कहना है कि हमारा प्रचार अभियान जारी है, शुरुआत में बैठकों का दौर जारी है और 1 तारीख के बाद दिग्गज प्रचार के लिए मैदन मं उतरेंगे.