रतलाम। जिले में कोरोना मरीजों का आंकड़ा भले ही 1 हजार से अधिक हो गया हो, लेकिन रिकवरी रेट अन्य जिलों की अपेक्षा में बेहतर बना हुआ है, जिसकी मुख्य वजह रोगियों के लिए मेडिकल कॉलेज स्थित कोविड केयर सेंटर में तैयार किया गया सकारात्मक माहौल है.
कोविड सेंटर में मरीजों को मिल रहा मोटिवेशन, 80 प्रतिशत से अधिक हुआ रिकवरी रेट
रतलाम जिले के मेडिकल कॉलेज में स्थित कोविड केयर सेंटर में मोटिवेशनल स्पीच देकर कोरोना रोगियों को प्रेरित किया जा रहा है. सकारात्मक माहौल निर्मित कर जल्दी स्वस्थ होने में सहायता प्रदान की जा रही है.
इन दिनों कोरोना की लड़ाई में जिला प्रशासन की पहल असर कर रही है. यहां मरीजों को मोटिवेट करने के लिए मोटिवेशनल स्पीकरों की एक टीम कोविड-19 सेंटर में पहुंचाई गई है, जो पेशेंट से संवाद कर उन्हें प्रेरक स्लोगन, कविताएं और प्रसंग सुनाकर बीमारी से लड़ने में मदद करती है. मोटिवेशनल स्पीकर और प्रोग्राम संचालक आशीष दशोत्तर प्रतिदिन अपनी टीम के साथ कोविड केयर सेंटर पहुंचते है, जहां कोरोना मरीजों को जल्दी स्वस्थ होने में सहायता करते हैं.
दरअसल, जिला प्रशासन की पहल पर मेडिकल कॉलेज में मोटिवेशनल स्पीकर पहुंचकर भर्ती कोरोना मरीजों से संवाद करते हैं. मोटिवेशनल स्पीकर आशीष दशोत्तर प्रतिदिन मरीजों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रेरक किस्से और कहानियां सुनाते हैं, तो कभी स्लोगन और जोश भरी कविताएं भी शेयर करते हैं. मोटिवेशनल स्पीकर महापुरुषों की जीवनगाथा और संवाद कर मरीजों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने की कोशिश करते हैं.
कोविड केयर सेंटर के डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ मरीजों से सकारात्मक व्यवहार कर कोरोना से लड़ने में उनकी मदद कर रहे हैं. वहीं मोटिवेशन और सकारात्मक माहौल की वजह से जिले का रिकवरी रेट 80 प्रतिशत से अधिक हो गया है. यहां पॉजिटिव स्पीच देने वाले आशीष दशोत्तर को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती रोगियों का भी समर्थन मिल रहा है, जो अब खुलकर मोटिवेशनल प्रोग्राम को ज्वाइन कर रहे हैं.
बहरहाल, जिले में अब तक 1 हजार से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज के कोविड केयर सेंटर में इलाज के साथ मोटिवेशनल स्पीच और सकारात्मक माहौल दिया जा रहा है, जिससे रिकवरी रेट 80 फीसदी से अधिक बना हुआ है.