भोपाल।तो आप इस खबर को पढ़ने और इस खबर के साथ लगे वीडियो को देखने से पहले जरा मन पक्का कर लें. वीडियो एक उम्मीदवार का है. चुनाव में आपने नेताओं के सियासी स्टंट भी देखे होंगे. पांच साल में एक बार मौका मिलने पर जुबान पर आने वाली जनता की खरी-खरी भी सुनी होगी. लेकिन हमारा वादा है कि इस तरह चप्पल चलाई देखने का आपका भी ये पहला मौका होगा. खास बात ये है कि जब एक शख्स उम्मीदवार पर चप्पलें चटका रहा है. तो नेता भी अकड़ने बिगड़ने के बजाए हाथ जोड़े यूं सामने खड़े हैं कि चलने दीजिए चप्पल यही तो आपका आशीष है.
रुकिए रुकिए....बात इतनी ही नहीं है. खास ये भी है कि चप्पल से पिट रहे नेताजी अपने साथ एक जोड़ी चप्पलें पहले उस शख्स को तोहफे में देते भी हैं. फिर चप्पलें खाते भी हैं....अब तो पर्याप्त भूमिका और सस्पेंस बन गया...आपकी दिलचस्पी बढ़ी है तो आगे खबर पढ़ते जाइए...उम्मीदवार का नाम भी जान जाएंगे...
बरसती चप्पलों में मुस्कुराते उम्मीदवार...माजरा क्या है...: रतलाम से कांग्रेस के उम्मीदवार पारस सखलेचा एक बुजुर्ग के पास पहुंचते हैं. उन्हें नई चप्पलें देते हैं. बुजुर्ग चप्पल लेने के बाद उन्हीं चप्पलों से पारस सखलेचा की पिटाई करते हैं. खास बात ये है कि जब पिटाई होती है तो पारस सखलेचा इस तरह से चप्पलों के वार लेते हैं. जैसे फूल बरस रहे हों. वीडियो में एक जगह तो 'आहा' का साउंड भी सुनाई देता है. फिर समर्थकों के कहने पर कि बस हो गया रुक जाइए. बुजुर्ग चप्पलों के वार कुछ थामते हैं. दिलचस्प ये है कि चप्पलों की पिटाई के दौरान पूरे समय पारस सकलेचा ऐसे हंसते मुस्कुराते हैं, जैसे उन पर चप्पलें नहीं फूल बरस रहे हों.
उम्मीदवार पारस सकलेचा आउट ऑफ रीच मिले:उम्मीदवार पारस सकलेचा से इस मामले की जानकारी हमने लेनी चाहिए और उनसे दूरभाष पर संपर्क किया लेकिन वे पूरे समय आउट ऑफ रीच ही मिले.