रतलाम।जिले के ताल थाना क्षेत्र का गांव नीमसाब्दी गांव में सोमवार का दिन पहाड़ बनकर टूट पड़ा जब एक के बाद एक 10 अर्थियां गांव की उन गलियों निकाली गईं, जहां कभी इन मृतकों का बचपन बीता था. जिस गांव में 10 जनाजे एक साथ उठे हों उस गांव के हालात बयां करना बेहद मुश्किल है. सोमवार दोपहर गुजरात के भुज में हुए सड़क हादसे में मृतकों के शव जब गांव लाये गये तो माहौल बेहद गमगीन हो गया.
गमगीन हुआ माहौल जब गांव की गलियों से गुजरे बेटों के जनाजे
गुजरात के भुज में हुआ सोमवार दोपहर एक ट्रक और ऑटो रिक्शा की भिड़ंत में मध्यप्रदेश के 12 लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों में रतलाम जिले के नीमसाब्दी गांव के 10 लोग शामिल हैं, जिनका अंतिम संस्कार आज नीमसाब्दी गांव में किया गया.
रतलाम में आने वाले इस गांव नीमसाब्दी के मुकेश, राधेश्याम और महेश अपने परिवार के साथ गुजरात के भुज में मजदूरी करने गये थे लेकिन सोमवार दोपहर तेज रफ्तार ट्रक ने तीनों परिवारों को जिंदगी छीन ली. ये दर्दनाक हादसा गुजरात के भुज में हुआ सोमवार दोपहर एक ट्रक और ऑटो रिक्शा की भिड़ंत में मध्यप्रदेश के 12 लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों में रतलाम जिले के नीमसाब्दी गांव के 10 लोग शामिल हैं,. जिनका अंतिम संस्कार आज नीमसाब्दी गांव में किया गया.
हादसे की जानकारी मिलने पर घटना पर दुख जताते हुये रतलाम और उज्जैन जिले के मृतकों को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्विटर पर श्रद्धांजलि दी है. सीएम ने शोक संवेदना व्यक्त की और स्थानीय प्रशासन को मृतकों के परिजनों की हर संभव मदद करने के निर्देश भी दिए. नीमसाब्दी गांव में मृतकों के शव दोपहर 3 बजे के बाद पहुंचे, जहां से तीन परिवारों के 10 सदस्यों की अर्थीयां एक साथ उठी.