राजगढ़।मध्यप्रदेश में शिक्षकों के लिए लाया गए नए नियम का शिक्षकों ने विरोध किया है. नए नियम के मुताबिक रिजल्ट बिगड़ने पर शिक्षकों को पात्रता परीक्षा देनी होगी साथ ही परीक्षा में फेल होने पर बर्खास्त किया जाएगा. इस नियम का शिक्षक विरोध कर रहे हैं. अध्यापक संघ ने कहा कि इस आदेश में कई त्रुटियां हैं. जिन विषय शिक्षकों के अपने विषय में 70 प्रतिशत से 90 प्रतिशत तक परीक्षा परिणाम होने पर भी उनके नाम अन्य विषय में सम्मिलित किए गए हैं. जो कि न्यायोचित नहीं है. उनके नाम हटाए जाए. साथ ही संगठन मांग करता है कि शिक्षकों का दक्षता उन्नयन शासन द्वारा निश्चित रूप से किया जाना चाहिए. जहां कई कमी हो उन शिक्षकों को शिक्षित किया जाए पर उनको सीधा बर्खास्त करना उचित नहीं है. वहीं शिक्षक संघ ने और भी कई मांगों के साथ अपना ज्ञापन कलेक्टर कार्यालय में सौंपा है.
शिक्षकों के लिए लाए गए नियम का अध्यापक संघ ने किया विरोध - Teachers union
मध्यप्रदेश में शिक्षकों के लिए लाया गए नए नियम का शिक्षकों ने विरोध किया है. नए नियम के मुताबिक रिजल्ट बिगड़ने पर शिक्षकों को पात्रता परीक्षा देनी होगी साथ ही परीक्षा में फेल होने पर बर्खास्त किया जाएगा. इस नियम का शिक्षक विरोध कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अगर शिक्षक अपने विषय में अनुउत्तीर्ण होता है. तो पूर्ववर्ती सरकारों के नियम अनुसार वेतन वृद्धि आदि रोक कर दंडित किया जाना चाहिए. शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य न कराया जाए. संगठन मांग करता है कि सीधे सेवा से बर्खास्त करने की नीति को निरस्त किया जाए. शिक्षकों द्वारा कोरोना काल में अध्यापन कराया गया है. इस दौरान हमारे कई साथियों का निधन भी हो चुका है. उन्हें आज तक कोरोना योद्धा योजना में शामिल नहीं किया गया. उन्हें कोरोना योद्धा घोषित किया जाए.