राजगढ़। राजगढ़ में नागरिकता संसोधन कानून के समर्थन में बिना अनुमित रैली निकालने पर प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की, जिसके बाद कलेक्टर निधि निवेदिता ने प्रदर्शनकारियों को थप्पड़ मारे, जबकि प्रदर्शनकारियों ने डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा के साथ प्रदर्शनकारियों ने अभद्रता की और उनके बाल भी खींचे. जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने नाराजगी जताते हुए ताबड़तोड़ कई ट्वीट किए. जिसमें उन्होंने लिखा- मध्यप्रदेश में ऐसे अधिकारी, जो चाटुकारिता के नशे में अपनी सीमाएं लांघ रहे हैं, उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए,कांग्रेस सरकार के साथ-साथ अब शासन-प्रशासन की मानसिकता भी हिंसक हो गई है, जिसका अहिंसक विरोध हम प्रदेशवासियों के साथ करेंगे!हिंसक मानसिकता का अहिंसक विरोध!
अगले ट्वीट में शिवराज सिंह ने लिखा कि आज का दिन लोकतंत्र के सबसे काले दिनों में गिना जायेगा, आज राजगढ़ में कलेक्टर साहिबा ने जिस बेशर्मी से #CAA के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं को लताड़ा, घसीटा और चांटे मारे, उसकी निंदा मैं शब्दों में नहीं कर सकता. क्या उन्हें प्रदर्शनकारियों को पीटने का आदेश मिला था?
फिर अगले ट्वीट में उन्होंने सवाल करते हुए ट्वीट किया और पूछा- कलेक्टर मैडम, आप ये बताइये कि कानून की कौन सी किताब आपने पढ़ी है, जिसमें शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे नागरिकों को पीटने और घसीटने का अधिकार आपको मिला है? सरकार कान खोलकर सुने ले, मैं किसी भी कीमत पर प्रदेशवासियों के साथ इस प्रकार की हिटलरशाही बर्दाश्त नहीं करूंगा.