कौमी एकता की मिसाल, बजरंगबली के लिए मुस्लिम धर्मावलंबी लाते हैं झंडा - rajgarh
राजगढ़ जिले में कौमी एकता की मिसाल पेश करती एक ऐसी प्रथा है, जिसमें मजार से मंदिर में झंडा आता है और भगवान बजरंगबली को समर्पित किया जाता है. इधर जब बाबा बदख्शनिदास की मजार पर उर्स का आयोजन किया जाता है, तब राम जानकी मंदिर की ओर से बाबा की मजार पर चादर चढ़ाई जाती है.
राजगढ़। पूरे देश में चुनावी माहौल है. राजनेता जातियों और धर्म के आधार पर वोट मांगते दिखाई दे रहे हैं, लेकिन राजगढ़ जिले में हिंदू और मुस्लिमों के बीच सांप्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल देखने को मिलती है, जो अनेकता में एकता और का संदेश देती है.
जिले में कौमी एकता की मिसाल पेश करती एक ऐसी प्रथा है, जिसमें मजार से मंदिर में झंडा आता है और भगवान बजरंगबली को समर्पित किया जाता है. राजगढ़ स्थित बाबा बदख्शनिदास की मजार से भगवान बजरंगबली को झंडा समर्पित करने के लिए मुस्लिम समुदाय झंडा लेकर आता है और राम जानकी मंदिर में भगवान बजरंगबली को इसे समर्पित किया जाता है.