राजगढ़। जिले के नरसिंहगढ़ तहसील के डूंगरपुरा गांव में पंचायत द्वारा एक अजीबोगरीब फरमान सुनाया गया. पंचों ने 4 महीने पहले हुए एक बलात्कार के मामले में पीड़िता के शुद्धिकरण के लिए भंडारा कराने का तुगलकी फरमान सुना दिया है. गांव वालों का कहना है, कि पीड़िता आरोपी के मुकाबले उच्च जाति की है, इसलिए यह शुद्धीकरण कराना होगा. वहीं जब तक पीड़िता के परिजन समाज और गांव के लोगों को भंडारा नहीं दे देते वे गांव से अलग रहेंगे और उनका हुक्का पानी बंद रहेगा.
पंचायत का तुगलकी फरमान, दुष्कर्म पीड़िता के परिवार को भंडारा करवाने का दिया आदेश
नरसिंहगढ़ तहसील के डूंगरपुरा गांव में पंचायत ने एक बलात्कार के मामले में पीड़िता के शुद्धिकरण के लिए भंडारा कराने का तुगलकी फरमान सुनाया है. इसके साथ ही पीड़िता के परिजन को समाज से अलग कर हुक्का पानी बंद कर दिया गया है.
⦁ नाबालिग के साथ गांव के ही युवक ने 4 महीने पहले दुष्कर्म किया था. पीड़िता की रिपोर्ट के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
⦁ कुछ दिन पहले आरोपी जेल से छूट गया है.
⦁ भंडारा देने के फैसले पर आस-पास के गांव के पंच द्वारा एक लिखित में पंचनामा तैयार किया गया, जिसपर पीड़िता के माता-पिता के हस्ताक्षर करवाए गए.
⦁ पीड़िता के परिजन का कहना है कि वे गरीब है और भंडारा कराने में सक्षम नहीं है. इसलिए गांव से उनके परिवार का बहिष्कार कर बेदखल कर दिया गया.
⦁ पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि मामले के संज्ञान में आते ही एसडीओपी और थानेदार को निर्देशित करते हुए महिला बाल विकास अधिकारी के साथ एक टीम गठित करके गांव भेजी जा रही है. मामले की जांच के बाद इस पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
⦁ अपर कलेक्टर भूपेंद्र कुमार गोयल ने कहना है, कि उन्होंने महिला एवं बाल विकास अधिकारी को निर्देशित कर दिया है कि वो इस मामले को जल्द से जल्द गांव में जाकर देखे और पीड़ित परिवार की मदद करें. गांव वालों का समझाएं. वहीं अगर ऐसा कोई फैसला दिया गया है तो उसमें उचित कार्रवाई की जाएगी.