राजगढ़।मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है. और जीत को लेकर अब कयास लगाना शुरु हो चुका है. बात करें राजगढ़ जिले की ब्यावरा विधानसभा सीट की तो यहां पर दिवंगत विधायक गोवर्धन दांगी के निधन के बाद ब्यावरा विधानसभा सीट रिक्त हो गई थी, और चुनाव आयोग के निर्देश अनुसार यहां पर उप चुनाव की प्रक्रिया संपन्न कराई गई है, जहां 03 नवंबर को पूरे ब्यावरा विधानसभा में मतदाताओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया गया.
80 फीसदी से ज्यादा हुआ मतदान
ब्यावरा विधानसभा में मंगलवार को मतदान में पिछले विधानसभा चुनाव की अपेक्षा इस उपचुनाव में ज्यादा मतदान हुआ है. 2018 के विधानसभा चुनाव में 80.78 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. वहीं 2020 के उपचुनाव में ब्यावरा विधानसभा में 81.77 फीसदी मतदान किया गया है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों की बात की जाए तो वहां पर भी वोटिंग को लेकर काफी जागरुकता देखने को मिली है. और कई गांवों में तो 90 फीसदी से भी अधिक मतदान हुआ है. जबकि शहरों की जनता ने भी इस बार मतदान में बढ़-चढ़कर भाग लिया है.
2003 से अब तक बहुत कम अंतरों से आया रिजल्ट
यहां पर जातीय समीकरण की बात की जाए तो यह सीट जातिगत सीट मानी जाती है, और यहां पर जाति का समुदायों का मतदान में सीधा-सीधा प्रभाव देखने को मिलता है. इस बार भी जहां टिकट का वितरण जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुए किया गया था. हर बार यहां पर जीता अन्तर काफी कम रहता है. 2003 से लेकर अभी तक जीत का अंतर भी काफी कम रहा है. 2003 में भाजपा में कांग्रेस को सिर्फ 2000 मतों से हराया था, तो 2013 में 3000 मतों से कांग्रेस के रामचंद्र दांगी की हार हुई थी और 2018 में कांग्रेस ने मात्र 826 वोटों से भाजपा के नारायण सिंह पवार को हराया था.