राजगढ़ जिले में 81 प्रतिशत से अधिक मतदान, रिजर्व पीठासीन अधिकारी को ग्रामीणों ने फर्जी समझकर पीटा
एमपी में लोकतंत्र का महापर्व यानि की मतदान 17 नवंबर को संपन्न हुआ. इस दौरान प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से कई हिंसा की खबरें सामने आई है. वहीं राजगढ़ में ग्रामीणों ने एक पीठासीन अधिकारी को फर्जी समझकर पीट दिया.
राजगढ़। मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को लोकतंत्र का महापर्व बड़े ही उत्साह से मनाया गया. जहां हर वर्ग के व्यक्ति के द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया. वहीं गंभीर व छुटपुट घटनाए भी देखने को मिली है. राजगढ़ जिले की यदि हम बात करे तो यहां की पांच विधानसभा सीटों पर 80 प्रतिशत से अधिक मतदान किया गया. जिले की चार विधानसभा सीट राजगढ़, नरसिंहगढ़, खिलचीपुर और सारंगपुर में मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ, लेकिन राजगढ़ जिले की ब्यावरा विधानसभा क्षेत्र में घटनाओं का दौरा चलता रहा. छुटपुट घटनाओं के साथ गंभीर घटनाएं भी देखने को मिली.
दो घंटे बाधित रहा मतदान:ऐसा ही एक गंभीर घटनाक्रम ब्यावरा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बाइहेड़ा मतदान केंद्र पर देखने को मिला. जहां ग्रामीणों ने शंका के आधार पर रिजर्व पीठासीन अधिकारी से मारपीट कर दी. जिसकी सूचना पर कलेक्टर हर्ष दिक्षित पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. जहां दो घंटे तक मतदान बाधित रहा. जिसके पश्चात वहां दोबारा से वोटिंग शुरू कराई गई और मतदान कराया गया.
ग्रामीणों ने पीठासीन अधिकारी को पीटा: दरअसल, ब्यावरा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बाइहेड़ा पोलिंग पर अपनी ड्यूटी दे रहे रिजर्व पीठासीन अधिकारी पर ग्रामीणों द्वारा यह आरोप लगाते हुए मारपीट वा तोड़फोड़ शुरू कर दी गई की, वह पीठासीन अधिकारी नहीं है बल्कि फर्जी है. भाजपा के एजेंट है. जिसके पश्चात उक्त पोलिंग पर अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया और अधिक संख्या में पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया. वहीं मारपीट करने वालों को मौजूदा पुलिसकर्मी चिन्हित कर जब अपने साथ ले जाने लगे तो ग्रामीणों की भीड़ एकजुट हो गई और पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई का विरोध करते हुए पुलिस के वाहन को रोक लिया गया.
पुलिस कर रही कार्रवाई:मजबूरन पुलिस को संबंधित व्यक्तियों को उतारना ही पड़ा. लगभग दो घंटे बाधित रहा मतदान दोबारा से शुरू करवा गया. घटना की सूचना लगते ही राजगढ़ कलेक्टर हर्ष दीक्षित भी मौके पर पहुंचे और पूरी स्थित का जायजा लेते हुए अधिकारियों को उक्त घटना के संबंध में उचित दिशा निर्देश दिए गए. वहीं मौके पर मौजूद ब्यावरा एसडीओपी नेहा गौर ने घटना से संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि 'यहां कुछ गलतफहमी हुई थी. जिसे सॉल्व कर लिया गया है और मतदान प्रक्रिया दोबारा शुरू कराकर संपन्न कराई गई. साथ ही उन्होंने बताया की, यहां कैमरे लगे हुए है जिनकी वीडियो रिकॉर्डिंग देखने के पश्चात जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.