राजगढ़। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन में लाखों प्रवासी मजदूर अपने घर लौट रहे हैं, जिसे जो भी साधन मिला, उसी पर सवार होकर घर की ओर निकल पड़ा, जिसे नहीं मिला वो पैदल ही घर की ओर चल पड़ा, 16 मई को एक महिला मुंबई से गोरखपुर जाते समय ब्यावरा में प्रवासी मजदूरों के लिए लगे फूड कैंप में एक महिला मजदूर खाना खाने पहुंची थी.
महिला मदजूर ने सफर में दिया बच्चे को जन्म, मदद करने वाले के नाम पर रखा बच्चे का नाम - child named the name of helper
मुंबई से गोरखपुर जा रहे प्रवासी मजदूर की पत्नी को ब्यावरा में प्रसव पीड़ा शुरू होने पर जीतू नाम के पटवारी ने बाइक से अस्पताल पहुंचाया, जहां उसने एक बच्चे को जन्म दिया, जिसका नाम रखा है जीतू पटवारी.
महिला जिस कैंप में खाना खाने पहुंची थी, उसे हाइवे पर प्रवासी मजदूरों के लिए पटवारी संघ की तरफ से लगाया गया था, जब महिला खाना खाने पहुंची, तभी अचानक से महिला को प्रसव पीड़ा शुरु हो गई और वहां पर मौजूद जीतू पटवारी नाम के पटवारी ने उसे अपनी बाइक पर बैठाकर सिविल अस्पताल ब्यावरा पहुंचाया, जहां महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया, जिसके बाद प्रशासन ने महिला को उसको घर भेजने की व्यवस्था की.
महिला ने बताया कि ब्यावरा में प्रशासन और पटवारी संघ ने उनकी बहुत मदद की है, वो जीतू पटवारी को हमेशा याद रखेगी. महिला ने अपने बेटे का नाम भी जीतू पटवारी रखा है. बच्चे को पढ़ाकर पटवारी बनाएगी. महिला ने घर जाते समय प्रशासन, पटवारी संघ और मदद करने वाले सभी लोगों का धन्यवाद किया.