राजगढ़। शिवराज सरकार ने 31 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री फसल बीमा कराने की अंतिम तारीख रखी थी. बीमा कराने की तारीख के अंतिम दिन जिला मुख्यालय और आसपास के क्षेत्रों में किसानों की भीड़ देखने को मिली. हजारों किसान अंतिम दिन भी बीमा कराने के लिए बैंक पहुंचे थे. हालांकि इस दौरान कोरोना वायरस को दरकिनार कर किसान एक-दूसरे से सटकर खड़े थे. जल्द से जल्द अपनी फसल बीमा करवाने के चक्कर में किसान देरात तक यहां जमा रहे.
फसल बीमा कराने परेशान होते रहे किसान, सोशल डिस्टेंसिंग का हुआ उल्लंघन
फसल बीमा कराने की तारीख के दिन किसान बैंकों के सामने लाइन लगाकर परेशान होते रहे, सरकार ने 31 अगस्त प्रधानमंत्री फसल बीमा कराने की अंतिम तारीख रखी थी. पढ़िए पूरी खबर...
पहले कोरोना और फिर मौसम की मार के चलते किसानों की फसल बर्बाद हो चुकी है, लिाजा किसान अपनी फसल के बीमा को लेकर चिंतित है. मौसम से खराब हुई फसल का किसानों को मुआवजा मिल सके, इसके लिए फसल बीमा योजना चलाई जा रही है, जिसका लाभ लेने के लिए पंजीयन कराना अनिवार्य है, लिहाजा पंजीयन के अंतिम दिन बैंकों में किसानों की भारी भीड़ उमड़ी.
बारिश और येलो मोजेक की वजह से प्रदेश के कई इलाकों में इस बार सोयाबीन की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. सोयाबीन की पूरी फसल पीली पड़ने लगी है, जिसको लेकर किसान चिंतित हैं.