राजगढ़। प्रदेश में पूर्व की बीजेपी सरकार और फिर कांग्रेस सरकार द्वारा विकास के कई वादे किए गए, लेकिन इनमें से अधिकतर वादे पूरे नहीं हो पाए. कई जगह हालात ऐसे हैं कि यहां सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं हैं. राजगढ़ के जिला अस्पताल में भी अव्यवस्थाओं का आलम है. यहां चारों तरफ गंदगी पसरी हुई है और मरीज साफ-सफाई और स्वच्छ पेयजल के लिए तरस रहे हैं.
जिला अस्पताल में गंदगी का अंबार, साफ पानी को तरस रहे हैं मरीज - राजगढ़
राजगढ़ के जिला अस्पताल में गंदगी और अव्यस्थाओं का अंबार देखने को मिल रहा है. यहां अस्पताल में कभी जानवर आ जाते हैं, तो वहीं मरीजों को पीने के लिए साफ पानी भी नसीब नहीं होता है.
राजगढ़ का जिला अस्पताल अस्पताल गंदगी से घिरा हुआ है. जगह-जगह जानवर घूमते दिखाई देते हैं. इस तपती हुई गर्मी में अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है. अस्पताल में व्यवस्था के नाम पर गंदे वॉटर कूलर हैं और उनकी संख्या भी सिर्फ 2 है. परिजनों ने बताया कि जब वे वॉटर कूलर से पानी निकालने जाते हैं, तो उन्हें सिर्फ बंद नल या फिर खराब पानी ही नसीब होता है. उन्होंने कहा कि वे बहुत बार पानी लेने के लिए दूसरी दुकानों और पास के होटलों पर जाने के लिए मजबूर हैं. गंदगी के कारण मरीजों को बदबू से परेशान होना पड़ता है. वहीं जिला अस्पताल में आए दिन जानवर अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में घूमते हुए मिल जाते हैं.
इस मामले में सीएमएचओ ने बताया कि नगर पालिका सीएमओ से शिकायत की जा चुकी है, लेकिन उसके बाद भी अभी तक कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है. उन्होंने कहा कि मोहनपुरा डैम से जो पाइपलाइन अस्पताल में डाली गई है, उसमें पानी नहीं आ रहा है. इसकी शिकायत भी हम नपा को कर चुके हैं और मामला कलेक्टर के संज्ञान में भी है. सीएमएचओ ने अस्पताल की गंदगी को साफ करवाने को कहा और कुछ को डिस्ट्रॉय करने की बात कही.