राजगढ़। बाबूलाल चौरसिया के कांग्रेस ज्वाइन करने का मुद्दा अब प्रदेश की सियासत बन गया है. कांग्रेस नेता अरुण यादव और लक्ष्मण सिंह के ट्वीट पर जहां चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस पर गांधी सरनेम चुराने का आरोप लगाया. वहीं मंत्री सारंग को राज्यसभा सांसद ने उनके ही अंदाज में जवाब दे दिया.
गांधी से इतना प्रेम है तो कांग्रेस में क्यों नहीं आ जाते
राज्यसभा सांसद दिग्विजय आज राजगढ़ पहुंचे थे. जहां उनसे जब मंत्री विश्वास सारंग के गांधी सरनेम को लेकर दिए बयान पर पलवटवार किया. दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर विश्वास सारंग को महात्मा गांधी से इतना ही प्रेम है तो बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में क्यों नहीं आ जाते.
इस दौरान राज्यसभा सांसद ने केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा पांच राज्यों के चुनाव तारीखों की घोषणा पर भी बयान दिया. दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो निष्पक्षता चुनाव आयोग में होना चाहिए, वह निष्पक्षता नजर नहीं आ रही है. ममता जी ने भी इस पर आपत्ति ली है.
सरनेम चुरा, टोपी पहन 'गांधी' के विचारों को तिलांजलि दे रही कांग्रेस: विश्वास सारंग
दरअसल, मंत्री विश्वास सारंग आज ग्वालियर पहुंचे थे. जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला था. विश्वास सारंग ने कहा था कि कांग्रेस गांधीजी का सरनेम चुराकर उनके विचारों को तिलांजलि देने का काम कर रही है. गांधी के सरनेम को चुराकर नेहरू परिवार ने देश पर 70 साल तक राज किया है.
टोपी पहनने और सरनेम लगा लेने से कोई गांधी नहीं होता
मंत्री सारंग ने यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि केवल टोपी पहन लेने से और सरनेम गांधी लगा लेने से गांधीगिरी नहीं होगी. मंत्री ने हिंदू महासभा से दल बदल कर कांग्रेस में पहुंचे पूर्व पार्षद बाबूलाल चौरसिया को लेकर उठे बवाल पर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने निर्णय लिया है वह हमें जवाब ना दें तो कम से कम अरुण यादव को जवाब दें. कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, राहुल गांधी वे तो दिन भर ट्विटर पर खेलते रहते हैं, लेकिन उन्होंने इस विषय पर ट्वीट नहीं क्यों किया. मंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि
यू ही नहीं चल पड़ेगा जमाना किसी के साथ, नीयत भी नेक चाहिए गांधीगिरी के साथ.