राजगढ़। शादियों के सीजन में लाखों रुपए की इनकम करने वाले कैमरामैन कोरोना के चलते बेरोजगार हो गए हैं. राजगढ़ जिले में कुछ कैमरामैनों ने रोजगार नहीं मिलने के कारण अपना पेशा ही बदल दिया है और वे सब्जी बेच रहे हैं. जो कैमरामैन शादियों में काम करके लाखों रुपए कमाते थे, आज उनकी हालत खस्ता हो चुकी है.
जहां इस बार कोरोना महामारी के वजह से भारत सरकार ने लॉकडाउन चार चरणों में लगाया था और इसी दौरान जहां गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए अनेक नियमों से होकर लोगों को गुजरना पड़ा है और अनलॉक 1.0 में कई नियम अभी भी लागू हैं. जिनमें ज्यादा एक जगह ज्यादा लोग एकत्रित ना हों, इसके लिए ना सिर्फ अंतिम संस्कार की प्रक्रिया से लेकर शादियों में भी गृह मंत्रालय द्वारा निर्देश जारी किए गए थे, वहीं गृह मंत्रालय द्वारा जहां शादियों के लिए अलग-अलग लॉकडाउन के चरणों में अलग-अलग नियम बनाए गए थे.
लॉकडाउन के चरणों में पहले 5 लोगों को शादी में आने की अनुमति थी और इसमें धीरे-धीरे बढ़ोत्तरी करते हुए अब जहां 50 लोगों की अनुमति दी गई है, लेकिन इन नियमों के बीच में जहां शादी की प्रक्रिया में कई लोगों को रोजगार उपलब्ध होता था और शादियों में कैमरामैन की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण होती थी और हर साल जहां ये कैमरामैन शादियों से हजारों रूपए की कमाई कर लेते थे.
सीजन में नहीं हुई कमाई
शादियों में वीडियोग्राफी करने वाले कैमरामैन संतोष शर्मा बताते हैं कि वह हर साल देवउठनी ग्यारस के बाद से लगभग 55 से 60 शादियों के फोटो शूट की जिम्मेदारी लेते थे और मार्च में जहां उनका मुख्य सीजन हुआ करता था, जिसमें मार्च से लेकर जून तक लगभग 40 शादियों में फोटो शूट करते थे, इस दौरान वे लगभग 10 से 12 लाख रुपए कमाते थे. वहीं उनके साथ जहां चार अन्य लोग भी काम किया करते थे, जिनका रोजगार और घर परिवार भी उनके इन शादियों में किए गए फोटो शूट के द्वारा चलता था.
कोरोनावायरस महामारी की वजह से सरकार द्वारा पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया था, जिसके वजह से लोगों ने ना सिर्फ अपनी शादी कैंसिल कर दीं, वहीं जो शादियां संपन्न हुईं, उनमें भी कई बार तो फोटोग्राफर को बुलाया ही नहीं गया और इस बार उनकी इनकम सिर्फ कुछ हजारों रुपए में ही सिमट कर रह गई है. जिससे ना सिर्फ उनको आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है, बल्कि पूरे साल का खर्चा भी उनका इन्हीं शादियों पर निर्भर होता था, लेकिन अब इन लोगों के सामने जीवन यापन का भी संकट आ गया है.