Budh Gochar 2023: ज्योतिष विज्ञान में बुद्धि और ज्ञान कारक माना जाने वाला ग्रह बुध यदि कुंडली में गोचर कर रहा हो तो उसका संचरण अति महत्वपूर्ण होता है क्यूँकि यह ग्रह बुद्धि प्रदाता है और संवाद शैली को दर्शाता है. जिसकी वजह से व्यापार का उतार चढ़ाव भी इसी के अंतर्गत आता है. यदि इसकी चल वक्री हो या कुंडली में बुध अस्त हो तो इसकी फल या फ़ायदा देने की क्षमता भी कम हो जाती है. बुध ग्रह बुद्धि, वाणी और व्यवसाय के दृष्टिकोण से बहुत अहम माना जाता है बुध फल से ही कुंडली में खुशियाँ व्यापार में वृद्धि होती है. लेकिन अगर बुध अस्त हो जाए तो कुंडली में वाणी दोष हो सकता है, व्यापार प्रभावित हो सकता है. परिवार में कलह हो सकती है. हालाँकि इसके लिए उपाय किए जा सकते है. महाकाल की नगरी उज्जैन के जाने माने ज्योतिषविद और ज्योतिष शास्त्र के ज्ञानी डॉ प्रणयन एम पाठक के अनुसार इस वर्ष 28 फरवरी की सुबह 8 बजकर 03 मिनट पर बुध कुम्भ राशि में अस्त हो चुके हैं. और अब 31 मार्च 2023 को दोपहर 2 बजकर 45 मिनट पर उदय होंगे.
राशियों पर कैसा रहेगा असर:बुध के अस्त होने से सभी राशियां प्रभावित होगी लेकिन कुछ राशियों पर इसका असर उनके लिए प्रतिकूल रहेगा. जहां मेष, कर्क और तुला राशि के जातकों के जीवन में बुध का अस्त लाभ देगा वहीं कुछ राशियों के लिए नुक़सान दायक साबित होगा. आइये जानते हैं वे कौन सी राशियाँ है जिन्हें बुध का अस्त डुबा सकता है.
1- मिथुन - कार्यों में अवरोध तथा भाग्य साथ नहीं देगा. सामाजिक कार्यों में अपभ्रंश के योग है. अत: मिथुन जातकों को अपमानित होने से बचने के लिए गणपति आराधना करना चाहिए.
2- सिंह - सिंह राशि के जातकों को वैवाहिक जीवन में समस्या आ सकती है. वहीं जो जातक व्यापार से जुड़े हैं उनके अपने बिजनेस पार्टनर से विवाद हो सकते हैं.
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