राजगढ़। पूरे भारत में केंद्र सरकार द्वारा 5 जून को लागू किए गए अध्यादेश को लेकर पूरे भारत के किसान लगातार विरोध कर रहे हैं. जिसे लेकर पंजाब, बिहार, मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार विरोध के स्वर उठ रहे हैं. वहीं भारतीय किसान यूनियन ने आज राजगढ़ मुख्यालय पर भी विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने नेशनल हाईवे 52 को जाम कर दिया और नेशनल हाईवे पर उन्होंने प्रदर्शन करते हुए सरकार से कहा कि आप इस बिल को वापस लीजिए, साथ ही इसमें कुछ बदलाव करते हुए इसे फिर से लागू करने की मांग की. वहीं किसानों का कहना है कि जो सरकार द्वारा अध्यादेश लाया गया है, वह किसान विरोधी है और उसे सरकार को वापस लेना चाहिए.
भारतीय किसान यूनियन ने किसान बिल के विरोध में PM और CM के नाम सौंपा ज्ञापन, जताया विरोध - Opposition of Kisan Bill
राजगढ़ जिले में भारतीय किसान यूनियन ने किसान बिल के विरोध में प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. वहीं नेशनल हाइवे पर चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन करते हुए बीमा की राशि को लेकर मुख्यमंत्री के नाम भी ज्ञापन सौंपा है.
हाइवे पर बैठे किसान
भारतीय किसान यूनियन ने रखी ये मांग
- कृषक कीमत आश्वासन एवं कृषि सेवा पर करार अध्यादेश 2020
- कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य अध्यादेश 2020
- आवश्यक वस्तु अधिनियम संशोधन अध्यादेश 2020
- कृषि और किसान विरोधी इन तीनों देशों को तुरंत वापस किया जाए.
- न्यूनतम समर्थन मूल्य को सभी फसलों पर लागू करते हुए कानून बनाया जाए.
- समर्थन मूल्य से कम पर पर्सन खरीदी अपराध की श्रेणी में शामिल किया जाए.
इस दौरान किसानों की एक और मांग थी कि जहां मध्य प्रदेश सरकार द्वारा बीमा की राशि किसानों के खातों में पहुंचाई गई है, तुरंत उन किसानों को भी इस राशि का लाभ दिया जाए, जो अभी इस सूची से वंचित रह गए थे और जल्द से जल्द सभी किसानों को बीमा की राशि पहुंचाई जाए.