रायसेन।मन में अगर नेक इरादा और सेवाभाव हो तो समाजिक सरोकार से जुड़ने और उसे पूरा करने की राह आसान हो जाती है. समाज सेवा के प्रकल्प में लोग जुड़ते चले जाते हैं और कारवां बनता चला जाता है. सेवाभाव की भावना और गांयों के प्रति हो रही हिंसा को देखते हुए कमलेश लोधी ने बिना किसी शासकिय सहयोग से गौशाला बना दी.
- ग्रामीणों से मांगा सहयोग
सिलवानी तहसील के ग्राम जैथारी के कमलेश लोधी के मन में आवारा गायों के प्रति हो रही हिंसा को देखकर अस्थायी गौशाला बनाने का विचार आया. यह विचार उन्हें तब आया जब उन्होंने देखा कि एक व्यक्ति आवारा गाय को डंडे से बड़ी बेरहमी से पीटते हुए खेत से भगा रहा था. उन्होंने गांव के अन्य लोगों से बात की और समझाया कि थोड़े से सहयोग से गांव और आसपास के आवारा पशुओं के लिये आस्थायी गौशाला बनाकर उन्हें चारा-पानी और आश्रय देकर खेतों में लगी फसलों को आवारा पशुओं से होने वाले नुकसान और सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है.
- जसवंत ने दी अपनी जमीन