रायसेन। नए वर्ष पर जिले में आने वाले पर्यटकों को लुभाने के लिए रायसेन जिले में स्थित पर्यटन स्थलों को सजाया गया है. साथ ही पर्यटकों के लिए विशेष इंतजाम भी इन स्थलों पर किए जा रहे हैं. रायसेन के कई पर्यटक स्थल पहले से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए है. वर्ष 2022 की समाप्ति और वर्ष 2023 के स्वागत में लगे हुए पर्यटन स्थलों और यहां पर आने वाले पर्यटकों के स्वागत के लिए की जाने वाली तैयारियों के साथ हम जिले में स्थित विश्व धरोहरओं, पर्यटन स्थलों के महत्व पर चर्चा करेंगे जहां पर पर आप अपने हॉलिडे को एंजॉय कर नए वर्ष का पहला दिन यादगार बना सकते हैं
यहां मिलेगा अनोखा अनुभव: मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित प्राचीन सांची बौद्ध स्तूप जिसे महान सम्राट अशोक ने बनबाया था. जो आज वर्ल्ड हेरिटेज की लिस्ट में लिस्टेट है. इसके साथ ही आदिमानबों के समय की बनी हुई हजारों वर्ष पुरानी भीमबेटका की गुफाओं में घूम कर आप अपने नये साल को एंजॉय कर सकते हैं. इसके साथ ही रायसेन के भोजपुर में बना प्राचीन भोजपुर महादेव का शिव मंदिर पर विश्व का एकमात्र सबसे बड़ा शिवलिंग स्थित है. जिसे एक ही पत्थर से बनाया गया है. इसे देखना आपके लिए एक अनोखा अनुभव साबित हो सकता है. चलिए जानते है इन पर्यटन स्थलों के बारे में और यहां हो रही नये वर्ष के स्वागत की तैयारियों के बारे में.
पर्यटकों की संख्या का आकलन करना मुश्किल:भारत के महान चक्रवती सम्राट अशोक ने सांची स्थित बौद्ध स्तूप का निर्माण तीसरी शताब्दी के लगभग प्रारम्भ कराया था. स्तूप में महात्मा बुद्ध के शिष्य सारिकपुत्र और महामोद गलयन के अस्थि कलास मौजूद है. यहां स्थल बौद्ध अनुयायियों के लिए आस्था का केंद्र है. यहां की सुंदरता और को दिखा के कारण प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. बात अगर नहीं बस या किसी विशेष अवसर की की जाए तो यहां पर आने वाले पर्यटक की संख्या का आकलन करना मुश्किल है. प्रदेश की राजधानी भोपाल से महज 44किलोमीटर दूर बसें हुए इस स्थल पर पर्यटक के आने रुकने और खाने के लिए पर्यटन विभाग ने पहले से बेहतर इंतजाम किए साथ ही पर्यटको की सुरक्षा के लिए भी पुलिस जवानों को भी तैनात किया गया है.