रायसेन। यूं तो प्रदेश सरकार ने जिले में 87 गौशाला बनाने के निर्देश जारी किया है. लेकिन अभी तक इसकी शुरूआत नहीं हो सकी है. रायसेन में आवारा पशुओं से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आलम यह है कि दिनभर यह आवारा पशु शहर की सड़कों पर डेरा जमाएं रहते हैं.
रायसेन में जमा रहता है आवारा पशुओं का डेरा, हर वक्त हादसे की बनी रहती है आशंका - Delay in Gaushala construction
रायसेन में कमलनाथ सरकार में मई तक एक हजार गौशाला बनाने का निर्णय के आदेश जारी किए थे लेकिन आज तक गौशाला नहीं बन पाई है जिसकी वजह से गाय सड़को पर जामा हो जाती है.
आवारा पशुओं नेशनल हाईवे पर भी बैठे रहते हैं. जिसकी वजह से यात्रियों और हाईवे पर आने जाने वाले वाहनों को परेशानी उठानी पड़ती है. कभी-कभी तो सड़कों पर ट्रैफिक जाम की समस्या हो जाती है.
रायसेन जिले में तीन नेशनल हाईवे है लेकिन इन पर अब ट्रैफिक की जगह आवारा पशुओं का कब्जा है. इस वजह से दुर्घटना होने की संभावना भी बनी रहती है. नगर पालिका रायसेन भी इन आवारा पशुओं को लेकर संजीदा नहीं है. इन्हें न तो पकड़ कर उचित स्थान पर भेजा रहा है और न इनको रहने के लिए कोई जगह बनाई जा रही है.