रायसेन।मध्य प्रदेश में चुनावी बिगुल बजाने के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने अपनी कमर कस ली है. दोनों ही पार्टियों अपने उम्मीदवारों को जिताने में लगी हुई हैं. बात अगर मध्य प्रदेश की भोजपुर विधानसभा की की जाए तो यह हमेशा से भाजपा का गढ़ रही है. इस क्षेत्र से मध्य प्रदेश के पूर्व स्वर्गीय मुख्यमंत्री रहे सुंदरलाल पटवा और कई भाजपा उम्मीदवार विजयी होते आए हैं. पिछले तीन बार से यहां बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा के भतीजे सुरेंद्र पटवा ने अपनी जीत दर्ज कराई है. पर इस बार के चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने सुरेंद्र पटवा के विरोध में पूर्व शिक्षा मंत्री राजकुमार पटेल को खड़ा किया है, जिससे भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
सुरेंद्र पटवा के सामने राजकुमार पटेल: भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र पटवा ने यहां से कांग्रेस के दिग्गज नेता सुरेश पचौरी को पिछले चुनाव में भारी मतों से मात दी थी. 2023 में होने वाले चुनाव में यहां से कांग्रेस ने पूर्व शिक्षा मंत्री रहे राजकुमार पटेल को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. अब देखना होगा कि भाजपा के गढ़ कहे जाने वाले भोजपुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस सेंध लगा पाती है या फिर भाजपा फिर से यहां जीत का परचम लहराएगी. इन तमाम मुद्दों पर ईटीवी भारत की खास बातचीत भाजपा उम्मीदवार सुरेंद्र पटवा से हुई.
विकास के मुद्दों पर चुनाव लड़ती है भाजपा:भोजपुर से भाजपा के उम्मीदवार सुरेंद्र पटवा से जब ईटीवी भारत ने सीधे सवाल किया तो सुरेंद्र पटवा ने कहा कि ''भाजपा हमेशा से विकास के मुद्दों पर चुनाव लड़ी है और विकास के मुद्दों पर ही चुनाव जीती है. क्षेत्र में तमाम विकास कार्य किए गए हैं.'' सुरेंद्र पटवा का दावा है कि यहां से फिर से भाजपा विजय का परचम लहराएगी.
चुनाव की तैयारी पर बोले सुरेंद्र पटवा:भोजपुर विधानसभा में चुनावी तैयारी को लेकर जब सुरेंद्र पटवा से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ''भारतीय जनता पार्टी की तैयारी कभी बंद नहीं होती. लगातार सरकार और संगठन निरंतर कार्य करती रहती है. मुख्यमंत्री शिवराज और प्रदेश संगठन मंत्री के नेतृत्व में हम निरंतर भोजपुर क्षेत्र का विकास कर रहे हैं. बात चाहे भोजपुर विधानसभा क्षेत्र की हो चाहे मध्य प्रदेश की. हम चारों तरफ विकास कर रहे हैं. हमें हर बार जनता का अपूर्ण समर्थन मिलता है.''