रायसेन। नर्मदा नदी पर बने बरगी बांध से बिना सूचना के पानी निकाला जा रहा है. अचानक जबलपुर के बरगी डैम से पानी छोड़ने से गरीबों की रोजी रोटी खतरे में आ गई है. रोजाना इन घाटों पर दुकानें पानी में डूब रही हैं, लेकिन प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
पानी में डूब रहा गरीबों का कारोबार, किसी ने नहीं ली सुध
रायसेन के उदयपुरा और बरेली तहसील के दर्जनों गांव नर्मदा नदी के किनारे बसे हैं.नर्मदा में अचानक जबलपुर के बरगी डैम से पानी छोड़ दिया गया, जिससे इन घाटों पर बनी दुकानें डूब रही हैं. दुकाने डूबने से दुकानदारों की रोजी रोटी का जरिया कम हो गया है.
जिले के उदयपुरा और बरेली तहसील के दर्जनों गांव नर्मदा नदी के किनारे बसे हैं. वहीं नर्मदा में अचानक जबलपुर के बरगी डैम से पानी छोड़ दिया गया, जिससे इन घाटों पर बनी दुकानें डूब रही हैं. दुकाने डूबने से दुकानदारों की रोजी रोटी का जरिया कम हो गया है. यह दुकानदार रोज अपनी दुकानों को दस से पन्द्रह फीट ऊपर करते हैं. दुकानदारों का कहना है कि हर दस-पन्द्रह दिन पर पानी छोड़ा जाता है जिसकी कोई भी सूचना पहले नहीं दी जाती.
रायसेन जिले के बोरास, चौरस, अंघोरा केलकच्छ, केतोघान, अलीगंज सहित दर्जनों गांव के घाटों में जलस्तर बढ़ गया है. रोजाना इन घाटों पर दुकानें पानी में डूब रही हैं. वहीं महिला स्नानघर भी पानी में डूबे हुए है. ऐसे में श्रद्धालुओं को भी काफी दिक्कतें हो रही हैं. इसके बावजूद शासन-प्रशासन इनकी कोई सुध नहीं ले रहा है.