मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

Nag Panchami 2022: जानें कहां लगती है नागों की अदालत, जहां 500 से ज्यादा सांपों ने कबूल किया अपना जुर्म - रायसेन नागों की अदालत

रायसेन के गैरतगंज तहसील के सीहोरा खुर्द में हर साल नागपंचमी पर अनोखा आयोजन होता है. यहां नागों की अदालत लगती है. इस दौरान कुछ लोगों को शरीर में नागों की आत्मा प्रवेश कर सर्पदंश पीड़ित को काटने का कारण बताती है और अगली बार किसी को नहीं काटने का वचन देती है. (Nag Panchami 2022)

Nag Panchami 2022
श्रीराम रसियाधाम सीहोरा खुर्द नागों की अदालत

By

Published : Aug 2, 2022, 8:57 PM IST

Updated : Aug 2, 2022, 10:39 PM IST

रायसेन। इंसान जब अपराध करता हैं या उसपर जुल्म होता है, तो अदालत अपराधी को दंड और फरियादी को न्याय देती है. जब कोई जीव इंसान पर जुल्म करे या इंसान जीव पर जुल्म करे तो उसे न्याय देने के लिए भी एक अदालत है. एक ऐसी अदालत जहां कोई वकील नही होता और न ही कोई गवाह, लेकिन न्याय सटीक मिलता है. यह है नागों की अदालत जहां शेषनाग के सामने होता है न्याय.(Nag Panchami 2022)

श्रीराम रसियाधाम सीहोरा खुर्द में नागों की अदालत

यहां लगती है नागों की अदालत:रायसेन जिले के गैरतगंज तहसील के श्रीराम रसियाधाम सीहोरा खुर्द में नागपंचमी के अवसरपर नागों की अदालत लगती है. मान्यता है कि इस अदालत में आने वाला कोई भी इंसान बिना न्याय के वापस नहीं जाता है. नागपंचमी के अवसर पर हर साल यहां नागों की अदालत लगती है. यह आयोजन हर साल होता है. इस दौरान सर्पदंश से पीड़ित रहे लोगों के शरीर में नागों की आत्मा प्रवेश कर सर्पदंश का कारण बताती है. कहा जाता है कि नागों द्वारा सताए गए लोग यहां पहुंचते हैं.

दूर-दूर से सीहोरा खुर्द आते हैं लोग:अपने तरह के अनोखे और चमत्कारिक आयोजन को देखने के लिए दूरदराज से लोग बड़ी संख्या में ग्राम सीहोरा खुर्द आते हैं. सीहोरा में नागदेव का चबूतरा है. यहां रायसेन जिले के सिलवानी, बरेली, उदयपुरा, सुल्तानपुर, औबेदुल्लागंज, बेगमगंज सहित अन्य स्थानों से बड़ी संख्या में लोग आते हैं. इसके अलावा सीहोर, भोपाल और सागर जिले से भी लोग यहां पहुंचते हैं.

यहां शोक दिवस के रूप में मनाया जाता है नागपंचमी का पर्व, जानें क्या है वजह

लोगों के शरीर में आकर नाग बताता है काटने का कारण:इस आयोजन में ऐसे लोग पहुंचते हैं, जिन्हें पिछले सालों में सांप ने काटा होता है. ये लोग बारी-बारी से मंदिर के पुजारी के सामने पेशी देते हैं. कहा जाता है कि इस दौरान नागों की आत्मा 10-12 लोगों के शरीर में प्रवेश कर उन लोगों को काटने के कारण बताती है. दावा किया जाता है कि इस दौरान नाग से वचन दिलवाया जाता है कि वो फिर किसी व्यक्ति को नहीं काटेंगे.

सांप के काटने पर पहले जाएं अस्पताल:आधुनिक युग में अंधविश्वासों को तोड़कर विज्ञान ने काफी प्रगति की है. सर्पदंश जैसी स्थिति में लोगों को अस्पताल जाकर इलाज करवाने की सलाह दी जाती है. ऐसे में इस तरह के आयोजनों में इतने लोगों का मौजूद रहना उनकी आस्था को दर्शाता हैं. हालांकि ईटीवी भारत इस तरह के अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देता है.

Last Updated : Aug 2, 2022, 10:39 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details