रायसेन। कोरोना संकट के बीच भीषण गर्मी के चलते लोगों को पानी की काफी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. मामला स्वास्थ्य मंत्री की सांची विधानसभा क्षेत्र के दीवानगंज का है. दरअसल, स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभु राम चौधरी ने 35 लाख रुपए की लागत की पेयजल योजना स्वीकृत की थी.
35 लाख रुपए की योजना के बाद भी पानी के लिए तरस रहे ग्रामीण
स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी ने 35 लाख रुपए की लागत से नल जल योजना स्वीकृत की थी, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही के चलते लोगों के घरों तक अभी पानी नहीं पहुंच सका है
पीएचई विभाग (लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी) द्वारा इसका ठेका रायसेन निवासी ठेकेदार को दिया गया था. दीवानगंज में पाइप लाइन तो बिछाई गई मगर ठेकेदार द्वारा अब तक पंचायत को नल जल योजना सौंपी नहीं गई है. दीवानगंज के कई मोहल्लों में इस नई नल जल योजना से पानी नहीं पहुंच पा रहा है, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
ठेकेदान नहीं कर रहा समाधान
स्थानीय निवासी सपना बाई ने बताया कि विधायक और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभु राम चौधरी ने 35 लाख रुपए की लागत से नल जल योजना स्वीकृत की थी, जो पीएचई विभाग द्वारा ठेके पर रायसेन के ठेकेदार दीक्षित को दी थी. ठेकेदार द्वारा पाइपलाइन तो बिछाई मगर घटिया किस्म का काम हुआ है. जिससे नगर के लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. कई बार ठेकेदार से शिकायत की मगर, आजकल में सही करने की कहकर टाल देते हैं.