रायसेन। 'स्कूल चलें हम' अभियान के तहत सरकार बच्चों को साइकिल वितरण करती है, लेकिन स्कूल प्रबंधन की लापरवाही की वजह से हजारों साइकिलें कबाड़ में तब्दील हो रही हैं, लेकिन छात्रों को साइकिल नहीं बांटी जा रही. बच्चे साइकिल की जगह पैदल स्कूल आने-जाने को मजबूर हैं.
कबाड़ में तब्दील हो रही हजारों साइकिलें, कैसे 'स्कूल चलें हम' - Government bicycle drenched in water in raisen
जिले के उदयपुरा विकासखंड में 1,301 साइकिलें छात्र-छात्राओं को वितरित होनी थीं, लेकिन ये साइकिलें खुले में पड़े-पड़े कबाड़ में तब्दील हो रही हैं. बारिश में भीगने के कारण अब इसमें जंग लगने की आशंका मंडरा रही है.
जिले के उदयपुरा विकासखंड में 1,301 साइकिलें छात्र-छात्राओं को वितरित होनी हैं, लेकिन ये खुले में पड़ी होने की वजह से बारिश में भीग रही हैं. अब इनमें जंग लगने का खतरा मंडरा रहा है.गौरतलब है कि सरकार हर साल गांव में पढ़ने वाले बच्चों को निःशुल्क साइकिल वितरण करती है और हर साल करोड़ों रुपए जिले को आवंटित किए जाते हैं, ताकि जरूरतमंद बच्चों को स्कूल आने में किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े और दूरदराज के इलाकों से आने वाले बच्चे आसानी से स्कूल में पढ़ने के लिए जा सकें.