रायसेन। कोरोना के कहर के कारण इस बार गणेश उत्सव मनाने पर ग्रहण लग गया है. वहीं कोरोना के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए, इस बार गणेश पंडाल लगाने से मना कर दिया गया है. सिर्फ छोटी प्रतिमाओं को घर पर विराजमान करने की अनुमति दी गई है. इस प्रतिबंध से रायसेन जिले के मूर्ति बनाने वाले सैकड़ों परिवारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है,
हर साल बेहद धूमधाम से मनाया जाने वाला गणेश चतुर्थी पर्व इस बार धूमधाम से नहीं मनाया जा रहा है, मध्यप्रदेश में गणेश चतुर्थी को खास माना जाता है, महीनों पहले से ही गांव हो या शहर इसकी तैयारियां शुरू हो जाती हैं, लेकिन इस साल संक्रमण के खतरे ने त्यौहार पर इंसानों को घरों में कैद कर दिया. वहीं गणपति बप्पा की मूर्तियां बनाने वाले मूर्तिकारों के सामने भी आर्थिक संकट खड़ा हो गया है, कोरोना के चलते कई त्योहार बेरंग हो गए हैं.
गणपति बप्पा के त्योहार की भी रौनक फीकी पड़ी है. कोविड-19 के चलते लोगों को घरों में ही पूजा करनी होगी. कोविड का असर मूर्ति कलाकारों पर भी देखा गया, जो हर साल गणेश उत्सव, नवरात्रि जैसे त्योहारों का इंतजार करते हैं, ताकि कमाई कर अपने परिवार का पालन पोषण कर अपनी जीविका चला सकें, लेकिन इस साल कोरोना का ग्रहण उनकी रोजी रोटी पर लग गया है.