रायसेन। कोरोना महामारी से उपजे संकट के हालातों में कोरोना वॉरियर्स अपना काम बखूबी निभा रहे हैं, ऐसे ही रायसेन जिले के सिलवानी में एक डॉक्टर ने सीमित संसासधनों से ही बच्चे की जान बचाई, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिलवानी में पदस्थ डॉक्टर इंसाफ खान (जनरल सर्जन) ने शिवजी नगर सिलवानी में लॉकडाउन के दौरान दो बच्चों के आपस में खेलने दौरान लकड़ी एक बच्चे की गर्दन में इतनी अंदर तक चली गई कि बच्चे की जान खतरे में पड़ गई. आनन-फानन में बच्चे की मां उसको लेकर सरकारी अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टर इंसाफ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सीमित संसाधनों में बच्चे का ऑपरेशन करने का निर्णय लिया.
मासूम के गले में फंसी लकड़ी निकाल कर डॉक्टर ने दी नई जिंदगी, सीमित संसाधनों में की सर्जरी
रायसेन जिले के सिलवानी में एक डॉक्टर ने सीमित संसाधनों में सीरियस सर्जरी कर मिसाल पेश की और नाबालिग की जान बचाई.
अस्पताल में डॉक्टर ने कुछ ही समय के ऑपरेशन के बाद गर्दन में अंदर लगभग 12 इंच की लकड़ी को निकालने में सफलता हासिल की. आम दिनों में ऐसे गंभीर मामलों को जिला अस्पताल या भोपाल रेफर कर दिया जाता है, लेकिन लॉकडाउन के कारण मरीज को परेशानी न देते हुए डॉक्टर इंसाफ ने सिलवानी जैसी जगह में सीमित संसाधनों में इस सीरियस ऑपरेशन को करने का फैसला किया और उसमें सफल भी हुए. फैसले पर खरा उतरने के बाद अब सिलवानी के जनरल सर्जन इंसाफा खान की तारीफ सभी लोग कर रहे हैं.