रायसेन। पिछले कई सालों से अपनी खराब वित्तीय हालत से जूझ रही नगर पालिका रायसेन अपने यहां काम करने वाले दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के वेतन का समय पर भुगतान नहीं कर पा रही है. जिसके चलते दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है. रायसेन-विदिशा मार्ग पर बने चिनार चिल्ड्रन पार्क के सामने फर्स बिछाकर ये दैनिक वेतन भोगी अपने पांच महीने के वेतन के लिए हड़ताल कर रहे हैं.
सेवा पर वेतन लापता
विगत पांच महीने से वेतन न मिलने के चलते दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति बहुत दयनीय है. यह कर्मचारी नगर पालिका के अंतर्गत काम करते हुए नगर के लोगों को सुविधाएं उपलब्ध कराते हैं. इन कर्मचारियों में कई जल प्रदाय विभाग के कर्मचारी हैं, जो हर सुबह अपने दायित्वों का निर्वाह करते हुए नगर पालिका की पेयजल व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाए रखते हैं. वहीं कई कर्मचारी ड्राइवर हैं, जो हर रोज नगर में डोर-टू-डोर कचरे का कलेक्शन करते हैं व कुछ सफाई कर्मचारी हैं जो शहर की गंदगी को साफ करते हैं तो कुछ कंप्यूटर ऑपरेटर भी हैं यह सारे कर्मचारी साल के 365 दिन अपनी सेवाएं नगर पालिका को देते हैं.
वेतन के लिए धरने पर बैठे कर्मचारी आर्थिक परेशानी बढ़ी
लेकिन 5 माह से वेतन ना मिलने के चलते इन कर्मचारियों पर अब खाने के लाले पड़ गए हैं. कई कर्मचारियों पर राशन और जरूरी चीजों के लिए लिया गया कर्ज बढ़ता जा रहा है. बाजार से राशन उधार लाकर अपनी जरूरतों को पूरा करने वाले यह कर्मचारी पैसे ना होने की तंगी झेल रहे हैं. जिसका सीधा असर इनके परिवार और बच्चों पर पड़ रहा है. इससे पूर्व भी दैनिक वेतन भोगियों को विगत 6 माह से वेतन नहीं मिला था. जिसके विरोध में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों द्वारा रायसेन से पैदल चलकर मुख्यमंत्री सीएम शिवराज सिंह चौहान को अपनी समस्याओं को वेतन के संबंध में ज्ञापन दिया गया था. जिसके बाद इन दैनिक वेतन भोगियों को इनके द्वारा किए गए कामों का भुगतान किया गया था.
नगर पालिका की वित्तीय स्थिति खराब होने का कारण
नगर पालिका रायसेन द्वारा पूर्व में बनाई गई योजनाओं के असफल क्रियान्वयन के चलते नगरपालिका की वित्तीय स्थिति बहुत खराब है. बता दे कि लोगों को बेहतर पेयजल व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए हलाली डैम से पाइप के माध्यम से शहर को पानी उपलब्ध कराने और नगर में सीवरेज के पानी के ट्रीटमेंट की असफल योजनाओं के चलते नगर पालिका रायसेन पर कर्ज का बोझ बढ़ गया है. नगर पालिका रायसेन की इन असफल योजनाओं के कारण नगर पालिका वित्तीय घाटा झेल रही है. जिसका सीधा सीधा असर इन कर्मचारियों के वेतन भुगतान पर भी पड़ रहा है.