शिवपुरी। कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर प्रदेश में कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के बीच सियासत जारी है. ताजा मामला पोहरी विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत दुल्हरा का है. यहां PWD राज्यमंत्री और पोहरी एसडीएम ने ग्राम पंचायत में 100 फीसदी कोरोना वैक्सीनेशन किए जाने का दावा करते हुए रविवार को मीडिया में बयान जारी किया है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने लगाए गंभीर आरोप
वहीं, पोहरी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रवक्ता एडवोकेट संजीव शर्मा ने 100 फीसदी कोरोना वैक्सीनेशन के दावे को गलत बताते हुए इसे आंकड़ों की बाजीगरी कहा है. उन्होंने पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री सुरेश राठखेड़ा पर विधायक निधि के बंदरबांट का भी आरोप लगाया है. उन्होंने अपने दावे के समर्थन में ग्राम पंचायत दुल्हरा के कई ग्रामीणों के वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किए हैं. जिन्होंने कोरोना वैक्सीन का टीका नहीं लगवाया है. कांग्रेस प्रवक्ता ने जिले में कोरोना वैक्सीन की कमी को लेकर भी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं.
दुल्हरा से ये संबंध है सुरेश राठखेड़ा का
बता दें कि, राज्यमंत्री की ससुराल ग्राम पंचायत दुल्हरा में है. रविवार को राठखेड़ा ने मेगा वैक्सीनेशन अभियान के तहत ग्राम पंचायत दुल्हरा में 100 फीसदी वैक्सीनेशन का दावा किया. उन्होंने पूर्व में घोषणा की थी कि जिस पंचायत में सबसे पहले 100 फीसदी कोरोना वैक्सीनेशन होगा, उस पंचायत को वह अपनी विधायक निधि से 5 लाख रुपए का इनाम देंगे. इस इनाम की राशि को ग्राम पंचायत अपने यहां विकास कार्यों में खर्च कर सकेगी. कांग्रेस प्रवक्ता शर्मा ने इसी 5 लाख रुपए की राशि को लेकर बंदरबांट का आरोप लगाया है.
वैक्सीनेशन को लेकर क्या बोले ग्रामीण
वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायत दुल्हरा में कोरोना वैक्सीन का टीका नहीं लगवाने को लेकर ग्रामीणों ने अजीबोगरीब तर्क दिए. यहां अधिकतर लोगों का कहना है कि अभी गर्मी ज्यादा है, जैसे ही ठंडा मौसम होगा, वह टीका लगवा लेंगे. वहीं ग्राम पंचायत में 100 फीसदी वैक्सीनेशन को लेकर पोहरी के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ शशांक चौहान का कहना है कि, यहां अब तक 1200 लोगों को टीका लग चुका है.
पहले भी चर्चा में रह चुकी है ग्राम पंचायत
मेडिकल ऑफिसर ने आगे बताया कि अभी सुपरवाइजर और बीएलओ से वोटर लिस्ट के आधार पर जानकारी कलेक्ट की जा रही है. उसके बाद ही बताया जा सकता है कि 100 फीसदी वैक्सीनेशन हुआ है कि नहीं. यहां बता दें कि यह वही ग्राम पंचायत दुल्हरा है जहां कुछ समय पहले कोरोना सैंपल कलेक्शन करने के दौरान एकजुट हुए करीब सैंकड़ों आदिवासी महिला और पुरुषों ने पोहरी जनपद सीईओ शैलेन्द्र आदिवासी पर हमला कर उन्हें खदेड़ दिया था.