रायसेन। जिले के कुल्हाड़िया गांव में दंबगों से प्रताड़ित मां-बेटे को अपनी ही जमीन पर खेती करना मुश्किल हो रहा है. पीड़ित की 50 डिसमिल जमीन पर कब्जे को लेकर पड़ोसी दबंग करीब चार साल से प्रताड़ित कर रहे हैं. जिससे परेशान होकर पीड़ित सुमन बाई और उसका बेटा राहुल दर-दर भटकते हुए न्याय की गुहार लगा रहे हैं.
नहीं मिल रहा पीड़िता को न्याय
दबंगों के चलते पीड़िता के बेटे राहुल ठाकुर की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है, जिससे परेशान मां-बेटे न्याय की आस में भटक रहे हैं, पर कहीं उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर से इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई है, साथ ही दोनों ने कई बार कलेक्ट्रेट जाकर कलेक्टर उमाशंकर भार्गव से मिलने की कोशिश किए, लेकिन उन्हें बाहर से ही कोरोना वायरस का हवाला देकर चलता कर दिया जाता है.
चार साल से दबंग कर रहे परेशान
पीड़ित मां-बेटे का उस जमीन पर 80 साल पुराना कब्जा है, इसके बावजूद दबंग पड़ोसी पिछले 4 साल से पीड़ित को परेशान कर रहे हैं. पीड़ित अपने जमीन के सीमांकन के लिए भी आवेदन किया है, पर जिम्मेदारों ने सरकारी नक्शे को ही बदल कर पीड़ित मां-बेटे को उनकी ही जमीन से वंचित कर दिया. जब सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे बेटे ने गूगल मैप पर अपने मकान और जमीन के नक्शे को निकाला और सीमांकन के लिए फिर से आवेदन किया तो दबंग सीमांकन में अड़चन डाल रहे हैं.
जिम्मेदार भी नहीं दे रहे जवाब
दबंगों का आतंक इतना ज्यादा है कि जिम्मेदार अधिकारी भी सीमांकन करने से कतरा रहे हैं और गोलमोल जवाब दे रहे हैं, जिससे उन्हें अपनी ही जमीन पर खेती करना महंगा पड़ रहा है. विगत दिनों पीड़ित अपने जमीन पर बोवनी करने गया था, जिन पर दबंगों ने हमला कर दिया. पीड़ित ने ट्रैक्टर से भागकर अपनी जान बचाई और ये सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. लेकिन इनकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है. दबंग पीड़ित परिवार को लगातार धमका रहे हैं, जिसकी शिकायत सलामतपुर पुलिस से करने के बावजूद पुलिस मौन है.
पीड़ित ने अधिकारियों पर लगाया आरोप
पीड़ित ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों की मिलीभगत से दबंग पड़ोसी उनकी जमीन हड़पने की साजिश रच रहे हैं, साथ ही नक्शे में भी हेराफेरी की गई है, जबकि गूगल मैप का नक्शा अलग है और सरकारी नक्शे में उनकी जमीन को अलग दिखाया गया है.