रायसेन।अच्छी शिक्षा के बिना अच्छे समाज का निर्माण असंभव है और सरकारें इस असंभव को संभव बनाने के लिए तमाम योजनाएं चला रही हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाओं के अभाव में ये योजनाएं सफेद हाथी साबित हो रही हैं. रायसेन जिले के डूंगरिया जागीर ग्राम पंचायत का सरकारी स्कूल आज भी अपने वजूद को तरस रहा है, क्योंकि इस स्कूल की तस्दीक सिर्फ सरकारी फाइलों और खंडहर हो चुके भवन में ही मौजूद है, जमीन पर ये कहीं दिखता ही नहीं. लेकिन स्कूल के रजिस्टर में मौजूद छात्रों को शिक्षक, जहां छांव मिल जाती है वहीं पढ़ाना शुरू कर देते हैं.
स्कूल की बिल्डिंग बेहद जर्जर हो चुकी है, ऊपर से तीन कमरे में 8वीं तक का स्कूल चलाना भी मुमकिन नहीं है, जिसकी वजह से इन मासूमों को बरगद की छांव में अपना भविष्य गढ़ना पड़ रहा है.