रायसेन। सांची विधानसभा क्षेत्र के ग्राम महूपथरई में शिक्षा विभाग की लापरवाही का बहुत बड़ा मामला सामने आया है. जहां पर शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले छोटे बच्चों के लिए पढ़ने के लिए आई शासकीय किताबें खुली हुई नालियों के आसपास पड़ी हुई दिखाई दी. जब ग्रामीणों की नजर उन पर पड़ी तो ग्रामीणों द्वारा इस पर नाराजगी व्यक्त की गई. मौके पर करीब 10 से 12 ग्रामीणों के पहुंचने की सूचना जैसे ही स्कूल स्टॉफ और शिक्षा विभाग को मिली तो आनन-फानन में शिक्षा विभाग के 10 से अधिक शिक्षक घटनास्थल पर पहुंच गए और अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए नजर आए. ग्रामीणों का आरोप है कि इन किताबों को कबाड़ी को बेचा जा रहा था. जैसे ही कुछ ग्रामीणों की नजर इस चीज पर पड़ी तो बेचने वाले लोगों ने किताबों को मौका स्थल पर ही छोड़कर रफूचक्कर हो गए. मौके से कई किताबें गायब हैं.
अच्छे शिक्षा कैसे मिलेगी:रायसेन जिले में शिक्षा का अमृत महोत्सव चल रहा है. बच्चों को सीएम राइस स्कूल के साथ शासकीय स्कूलों में प्रवेश दिलाने की कोशिश हो रही है. अच्छी शिक्षा के दावे किए जा रहे हैं. ऐसे में सांची विधानसभा क्षेत्र के रायसेन जिला मुख्यालय से महज 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम महूपथरई के शासकीय माध्यमिक विद्यालय में स्कूली छात्रों के लिए किताबें पहुंचाई गई. किताबे अल सुबह रविवार को स्कूल से कुछ दूरी पर नाली के आसपास पड़ी हुई दिखाई देने से सरकार की पोल खुलती नजर आ रही है.