रायसेन। कोरोना वायरस के चलते लागू हुए लॉकडाउन के कारण सरकार द्वारा गरीबों को तीन-तीन माह का राशन देने की घोषणा के उपरांत उन्हें फिलहाल चावल वितरित किया जा रहा है. लेकिन कुछ लोग सरकार की ओर से मिलने वाले फ्री चावल को भी व्यापारियों को बेचकर पैसे कमा रहे हैं.
लॉकडाउन के बीच सरकारी चावल की हेराफेरी, व्यापारी की दुकान पर छापा - lock down
रायसेन के बेगमगंज में आज एक युवक को कोरोना वायरस के चलते मिलने वाले तीन महीने के राशन का चावल दुकानदार को बेचते प्रशासन ने रंगे हाथों पकड़ा है.
![लॉकडाउन के बीच सरकारी चावल की हेराफेरी, व्यापारी की दुकान पर छापा administration caught a man selling rice distributed by government during lock down in begumgunj in raisen](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6861093-452-6861093-1587319727446.jpg)
ऐसा ही एक मामला आज बेगमगंज में पकड़ा गया है. तहसीलदार निकिता तिवारी , नायब तहसीलदार अवधेश यादव और खाद्य निरीक्षक सुरेश गुर्जर सूचना मिलते ही पुराना बस स्टैंड स्थित ओंमकार साहू की दुकान पर पहुंचे और उन्होंने बेरखेड़ी गांव के एक युवक चरण सिंह को रंगे हाथों 50 किलो चावल उक्त व्यापारी को बेचते हुए पकड़ लिया. जिसे व्यापारी 12 रुपए प्रति किलोग्राम में चावल खरीद रहा था.
ओंमकार साहू की दुकान की तलाशी ले जाने पर डेढ़ क्विंटल सरकारी चावल जब्त किया गया है. व्यापारी के खिलाफ गोमास्ता एक्ट एवं मंडी अधिनियम के तहत भी कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी सुरेश गुर्जर ने बताया कि पुराना बस स्टैंड स्थित ओंमकार साहू की दुकान से शासकीय उचित मूल्य की दुकान पर एक युवक को गरीबों को दिए जाने वाला चावल को बेचते हुए पकड़ा है.