पन्ना। बुंदेलखंड में पुराने जमाने से कुश्ती होती रही है. आल्हा-ऊदल से लेकर तमाम पहलवान हुए, लेकिन बीते कुछ सालों से यहां की कुश्ती विलुप्त सी होती जा रही है, फिर भी कुश्ती का शौक लोगों में कम नहीं हुआ है. बुंदेलखंड के चर्चित अखाड़ों में से एक धर्मपुर के दूरियां अखाड़े में कुश्ती का आयोजन किया गया है. जिसमें पूरे बुंदेलखंड के कुश्ती प्रेमी शामिल हुए. इस चर्चित कुश्ती में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, मेरठ, उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश से लेकर तमाम क्षेत्रों के पहलवानों ने अपना दम दिखाया.
दूरियां अखाड़े में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, यूपी, एमपी के पहलवानों ने दिखाया दम
बुंदेलखंड के चर्चित अखाड़ों में से एक धर्मपुर के दूरियां अखाड़े में कुश्ती का आयोजन किया गया. जिसमें हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, मेरठ, उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के पहलवानों ने अपना दम दिखाया.
मेरठ से आए पहलवान ने अपने दांव पेंच से हरियाणा के पहलवान को पटखनी दे दी. जिससे अचानक माहौल गर्म हो गया. विजेता पहलवान ने कहा कि वो पहली बार बुंदेलखंड आएं हैं. जिस तरह से इस इलाके में कुश्ती के प्रति प्रेम है, उसकी तारीफ होनी चाहिए. उनका कहना है कि सरकार यदि प्रोत्साहित करे तो इस इलाके से और बड़े पहलवान निकलकर सामने आ सकते हैं.
इस कुश्ती में मुख्य अतिथि पन्ना के विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह, बीजेपी नेता शतानंद गौतम और ठेकेदार मनु चौबे मौजूद रहे. सभी ने कुश्ती को बढ़ावा देने के लिए प्रयास करने की बात कही है, लेकिन जिस तरह से बुंदेलखंड की कुश्ती धीरे-धीरे विलुप्त हो रही है. इन अखाड़ों में यदि गांव के छोटे-छोटे पहलवानों को प्रोत्साहित किया जाए तो आज भी बुंदेलखंड से सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त जैसे नामी पहलवान निकल सकते हैं.