पन्ना। बीजेपी के गढ़ मानी जाने वाली विधानसभा सीट में 12 साल के वनवास के बाद कांग्रेस के इकलौते विधायक के रूप में शिवदयाल बागरी की वापसी हुई और कांग्रेस की मध्यप्रदेश में ताजपोशी हुई, तो जिला प्रशासन ही नहीं पन्ना जिले की भाजपा की कमान को कांग्रेसी विधायक ने विराम लगा दिया था.
विराम ऐसा वैसा नहीं, जिले के कलेक्टर को अगर नियमानुसार कार्रवाई के लिए विधायक ने कह दिया तो सीएम द्वारा कहा गया शब्द माना जाता था, मगर राजनीति का उसूल ही कुछ ऐसा होता है कि कांग्रेस के तख्तापलट के बाद भाजपा में फिर शिवराज सरकार की वापसी क्या हुई, पन्ना के इकलौते कांग्रेसी विधायक शिवदयाल बागरी गुनौर को पन्ना जिला प्रशासन ने जिले की महत्वपूर्ण नीतियों, मीटिंग आदि में ही उनको बुलाना ही उचित नहीं समझा.