Sidhi Urination Case: सीधी केस में पूर्व मंत्री के Tweet के बाद छिड़ा बवाल, कांग्रेस ने बताया एहसान फरामोश - सीधी न्यूज
सीधी पेशाब कांड से विवादों में घिरी बीजेपी पर कांग्रेस ने पूर्व मंत्री कुसुम महदेले के Tweet पर कटाक्ष करते हुए फिर निशाना साधा है. वहीं दूसरी ओर अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज भी आरोपी प्रवेश शुक्ला के पक्ष में शिवराज सरकार से माफी मांगने की मांग की है.
कुसुम महदेले
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Published : Jul 11, 2023, 2:33 PM IST
कुसुम महदेले के ट्वीट पर बवाल
सीधी/पन्ना। सीधी पेशाब कांड पर रोज़ कुछ न कुछ नया मामला सामने आ रहा. जो बीजेपी की मुश्किलों को और बढ़ा रहा है. बीते दिनों भाजपा की कद्दावर नेत्री और पूर्व मंत्री कुसुम महदेले का ट्वीट सामने आया था जिसमें उन्होंने अपनी ही पार्टी की और निशाना साधते हुए ट्वीट किया "कैसी कैसी नौटंकियां हो रही है दारुखोर के पैर धोये जा रहे और लाखों रुपय दिये जा रहे" हालांकि कुसुम महदेले ने बाद में ये Tweet डिलीट कर दिया लेकिन इस पर कांग्रेस ने जबरदस्त कटाक्ष किया है
पूर्व मंत्री का Tweet
कांग्रेस ने साधा निशाना: मेहदेले के इस Tweet बाद बवाल मचा और कांग्रेस नेता पूर्व विधायक श्रीकान्त दुबे ने कहा कि भाजपा का चाल चरित्र ही ऐसा है भाजपा नेता आदिवासी के ऊपर पेशाब करता फिर मुख्यमंत्री अपने नेता के पाप धोते हुए पीड़ित के पैर धोते हैं. वहीं उनकी मंत्री पीड़ित आदिवासी भाई को दरुखोर कहकर आरोपी के सपोर्ट में उतरती हैं. यह आदिवासी का अपमान किया है. कांग्रेस आदिवासी प्रकोस्ट के ज़िलाध्यक्ष देबू गौड ने भी भाजपा को कोसा और कहा जिसे आदिवासियों ने वोट दिया और विधायक मंत्री बनाया उनका अपमान किया है यह एहसान फरामोश है कोई पद न होने के कारण मानसिक स्थिति खो चुकी हैं.
ब्राह्मण समाज का विरोध: मध्य प्रदेश के सीधी जिले में सामने आए पेशाब प्रकरण के मामले में एक ब्राह्मण संगठन ने सोमवार को आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) की धारा हटाने और इस घटना की न्यायिक जांच की मांग की है. अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज (एबीबीएस) ने आरोपी प्रवेश शुक्ला के माता-पिता का घर तोड़ने के लिए प्रदेश सरकार से माफी मांगने, उसे फिर से बनाने के लिए मुआवजा देने और आरोपी के खिलाफ रासुका की धारा हटाने की भी मांग की है.
अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज ने मांगें पूरी नहीं होने पर देश भर में, खासकर मध्य प्रदेश में विरोध प्रदर्शन शुरू करने की धमकी दी है. संगठन के सदस्यों ने सीधी जिला कलेक्ट्रेट के सामने विरोध प्रदर्शन किया और पेशाब करने की घटना की न्यायिक जांच की मांग करते हुए जिला मजिस्ट्रेट को एक ज्ञापन सौंपा. एबीबीएस की सीधी इकाई के अध्यक्ष राकेश दुबे ने सोमवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आरोपियों के माता-पिता से उनका घर तोड़ने के लिए माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को आरोपी प्रवेश शुक्ला के माता-पिता को अपना घर दोबारा बनाने के लिए 10 लाख रुपये देना चाहिए. मुख्यमंत्री चौहान ने पिछले बृहस्पतिवार को इस घटना पर दुख व्यक्त करने के लिए पीड़ित आदिवासी युवक के पैर धोए और उससे माफी मांगी थी.