पन्ना। जिले में कोरोना वायरस संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंस एवं अन्य सावधानियों को दृष्टिगत रखते हुए समर्थन मूल्य पर किसानों के अनाज खरीदी शुरू कर दी गई है. जिसके तहत गेहूं, चना, मसूर एवं सरसों उपार्जन हेतु केंद्रों का निर्धारण किया गया है. उपार्जन की अवधि 15 अप्रैल से 30 मई तक निर्धारित की गई है. वही गेहूं उपार्जन हेतु समितियों का भी निर्धारण किया गया है.
रबी फसलों के उपार्जन की तैयारी पूरी, रखा जाएगा सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान
कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंस एवं अन्य सावधानियों के साथ ही समर्थन मूल्य पर किसानों के अनाज खरीदी शुरू कर दी गई. जिसके तहत गेहूं, चना, मसूर एवं सरसों उपार्जन हेतु केंद्रों का निर्धारण किया गया है.
इसके साथ ही उपार्जन केंद्रों में तुलाई मशीन आदि सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करवाई गई है. कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए जिले में खरीदी केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है. खरीदी कार्य में लगे विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि, कोरोनावायरस संक्रमण को रोकने संबंधी नियमों का पालन अनिवार्य रूप से प्रत्येक उपार्जन केंद्र में किया जाए. प्रतिदिन कम से कम पंजीकृत किसानों को उपार्जन केंद्र में बुलाएं. जिससे भीड़ एकत्र ना हो और फसल लाने वाले किसानों की फसल उसी दिन क्रय कर ली जाए.
जिसे देखते हुए ईटीवी भारत के द्वारा कृष्ण कल्याणपुर गेहूं खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया गया. जहां सहायक समिति प्रबंधक पुष्पेंद्र पाण्डेय ने बताया कि, आज से खरीदी शुरू हो गई है, लेकिन पंजीकृत किसानों के ना आने की वजह से आज यहां उपार्जन की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई. लेकिन समिति के द्वारा पूरी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं. किसानों के लिए पीने का पानी, तुलाई मशीन और हाथों में लगाने के लिए सैनिटाइजर की भी व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही सोशल डिस्टेंस का भी ध्यान रखते हुए फसलों को क्रय किया जाएगा.