पन्ना। बदलते मौसम की वजह से पन्ना में लोग मौसमी बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं. जिसके कारण सैकड़ों की संख्या में मरीज जिला चिकित्सालय में भर्ती हो रहे है. जहां अस्पताल में बेड कम होने की वजह से मरीज जमीन पर लेट कर अपना उपचार करने को मजबूर हैं.तो वही एक गंभीर समस्या यह भी हैं कि जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की कमी है.ऐसे मौसम में अक्सर संक्रामित बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाता है. खासतौर पर ग्रामीण अंचलों में अक्सर हैजा, उल्टी-दस्त, सहित मलेरिया जैसी कई गंभीर बीमारियों का प्रकोप फैल जाता हैं.
बदलते मौसम से बढ़ रहे मरीज, स्वास्थ्य विभाग ने बनाई जांच टीम
बदलते मौसम की वजह से पन्ना में लोग हो रहे मौसमी बीमारियों से परेशान .मुख्य चिकित्सक एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा बनाई गई एक टीम जो करेगी बीमारियों से निपटने में मदद.
इस बात को ध्यान में रखते हुए मुख्य चिकित्सक एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा एक टीम बनाई गई है.जिसका नाम हैं रेबित रिस्पॉन्स जो पन्ना नगर में वार्डों और नगर के आस-पास के क्षेत्रों पर फैल रही बीमारियों पर नजर रखेगी. ब्लॉक स्तर पर भी टीम बनाई गई है साथ ही इन टीमों को बीमारियों से प्राथमिक तौर पर निपटने की दवाइयां भी उपलब्ध कराई गई है. वही ग्रामीण अंचलों में आशा कार्यकर्ताओं को भी मौसमी बीमारियों को फैलने से बचाने के लिए आवश्यक सामग्री दी गई है.
आपको बता दें कि पन्ना के कई गांवों में पहले ही हैजा, उल्टी-दस्त, मलेरियां जैसी बीमारियां फैलने से कई लोगों की एक साथ मौत हो चुकी हैं वहीं अजयगढ के ग्राम बलदुपुरवा में पिछले वर्ष उल्टी-दस्त से एक ही परिवार के 4 लोगो की मौत हो गई थी. कारण था ग्रामीणों अंचलों में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही और कई जगहों पर उप स्वास्थ्य केंद्रों पर ताला लगा रहना इसकी एक बहुत बड़ी वजह है.