पन्ना। मध्यप्रदेश के पिछड़े जिले पन्ना में कुपोषण एक अभिशाप के रूप में बना हुआ है. जिले के कई ऐसे बच्चे हैं, जो कुपोषित हैं. सरकार लगातार कुपोषण को दूर करने तरह-तरह की योजनाएं चला रही है. इस बीच पन्ना में किन्नर समाज की अनोखी पहल देखने को मिली है. सबसे मांगने वाले किन्नर समाज ने आंगनबाड़ी और बच्चों को जरूरत का सामान भी दिया है. (panna transgender initiative)
जरूरत की सामग्री प्रदान कर रहे किन्नर
मध्यप्रदेश शासन द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों की व्यवस्थाएं सुधारने और पोषण कार्यक्रमों में पारदर्शिता लाने सामुदायिक भागीदारी हेतु एडॉप्ट इन आंगनबाड़ी योजना चलाई जा रही है, जिसके तहत जिले की रहने वाली रजनी किन्नर और उनके साथियों ने मिलकर पन्ना नगर के वार्ड क्रमांक-17 में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक-39 को गोद लेकर जरूरत की सामग्री प्रदान की. (malnutrition for childrend in panna)
लोगों को दिया संदेश
किन्नरों ने जिलेवासियों को आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेकर व्यवस्थाओं में सुधार हेतु भागीदारी निभाने का संदेश दिया है. शासन की इस योजना के तहत जिलेवासियों के द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेने का सिलसिला लगातार जारी है. अधिकारियों, नेताओं, जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, किसानों एवं आम नागरिकों द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेकर व्यवस्थाओं में सुधार करते हुए कुपोषण का मिटाने का प्रयास किया जा रहा है.
Face To Face: किन्नर के महामंडलेश्वर बनने की कहानी, हिमांगी सखी से जानें- कैसे मां कामाख्या जबलपुर पधारीं
किन्नर समाज के द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र को गोद लिए जाने की कलेक्टर संजय कुमार मिश्र, जिला कार्यक्रम अधिकारी ऊदल सिंह ने सराहना की और उन्हें सम्मानित भी किया. रजनी किन्नर का कहना है कि वो और इसके साथी मिलकर एक साल के अंदर गोद ली आंगनबाड़ी को जिले की सबसे बेस्ट आंगनबाड़ी बनाएंगे.