पन्ना। पिछले कुछ सालों में पन्ना के जिला अस्पताल की हालत दिन-ब-दिन और बदतर होती जा रही है.आपातस्थिति में अगर कोई मरीज आ जाए तो, उसे किसी और अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है. शायद इसीलिए लाखों की बनी ये बिल्डिंग महज रेफर हॉस्पिटल बन कर रह गई है. हाल ही में लाखों रुपए का ट्रामा सेंटर तो बना दिया गया, लेकिन यहां एक भी दिल का डॉक्टर नहीं है.
भगवान भरोसे पन्ना जिला अस्पताल, धूल फांक रही हैं लाखों की मशीनें
पन्ना जिला अस्पताल भगवान भरोसे चल रहा है.आपातस्थिति में अगर कोई मरीज आ जाए, तो उसे रेफर कर दिया जाता है. शायद इसीलिए लाखों की बनी ये बिल्डिंग बस रेफर हॉस्पिटल बनकर रह गई है.
भगवान भरोसे अस्पताल
हास्पिटल में जो अच्छे डॉक्टर थे, उनका ट्रांसफर कही और कर दिया गया. लगभग 2 साल से भी अधिक का वक्त बीच चुका है, लेकिन जिला अस्पताल में हार्ट के डॉक्टर की पदस्थापना नहीं की गई. जिसकी वजह से हार्ट के मरीजों को बिना देखे ही पन्ना से 70 किलोमीटर दूर छतरपुर या सतना भगवान भरोसे रेफर कर दिया जाता है.
कई बार शिकायत, लेकिन कोई असर नहीं
जनता और जनप्रतिनिधियों ने कई बार सरकार से हार्ट स्पेशलिस्ट की मांग की, लेकिन अभी तक किसी की पदस्थापना नहीं हो पाई है. वहीं दूसरी तरफ पन्ना में कोई दूसरा प्राइवेट हॉस्पिटल भी नहीं है, ऐसे में मरीजों को इलाज के लिए दूसरे शहरों का रुख करना पड़ता है.