पन्ना। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के कारण पूरे देश में लॉकडाउन में किया गया है, जिस वजह से आम लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं गर्मी के आते ही पन्ना में लोगों के सामने जल संकट गहराने लगा है. पन्ना शहर के कई वार्डों में पानी की किल्लत अभी से शुरू हो गई है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाली भीषण गर्मी में लोगों ने पानी के लिए कितना संघर्ष करना पड़ेगा.
लॉकडाउन के दौरान गंदा पानी पीने को मजबूर लोग तो कहीं मिल ही नहीं रहा पानी - impure water supply
पन्ना में कई वार्डों के रहवासियों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. वहीं कई वार्डों में पिछले एक सप्ताह से गंदा पानी सप्लाई हो रहा है, जिससे लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
ये भी पढ़ें-जनप्रतिनिधियों ने दिए सुझाव- कंटेनमेंट एरिया छोड़कर बाकी शहरों को खोला जाए- गृह मंत्री
पन्ना में कई ऐतिहासिक और प्राचीन तालाब हैं जो अतिक्रमण की चपेट में आने की वजह से अपना अस्तित्व खोते जा रहे हैं. अभी कुछ दिन पहले ही धरमसागर तालाब का किलकिला फिडर, जिससे सभी तालाब भर जाया करते थे लेकिन किलकिला फीडर में कई सालों से अतिक्रमण होने की वजह से यह तालाब नहीं भर पा रहे हैं. जिसको लेकर कुछ महीनों पहले काफी जद्दोजहद भी की गई थी लेकिन इसके बाद किलकिला फिडर से अतिक्रमण हटाने का काम ठंडे बस्ते में चला गया और एक बार फिर जल संकट गहराने लगा है.
ये भी पढ़ें- हजारों चुकाकर खरीदी नई साइकिल, गर्भवती पत्नी को बैठाकर जयपुर से गुना के लिए रवाना हुआ मजदूर
वहीं, लाखों रुपए की लागत से नगर पालिका ने पेयजल सप्लाई के लिए अच्छी-खासी राशि भी खर्च की थी लेकिन इसके बावजूद भी वार्ड वासियों को गंदा और पीला पानी सप्लाई किया जा रहा है, जिस वजह से बीमारियां फैलने का भी खतरा बढ़ रहा है. पन्ना के कई वार्डों में पिछले एक सप्ताह से गंदा पानी सप्लाई हो रहा है, जिससे लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा कई वार्डों में तो पानी की काफी किल्लत बनी हुई है.