पन्ना।आदिवासी बाहुल्य विधानसभा क्षेत्र गुनौर के लखनपुर गांव में गरीब आदिवासियों का हाल बेहाल है. उनके हाल बेहाल इसलिए हैं क्योंकि साल 2005-2006 में आई भीषण प्राकृतिक आपदा बाढ़ के बाद खुद तत्कालीन कलेक्टर दीपाली रस्तोगी ने गांव के गांव खाली कराकर उन्हें रातों-रात विस्थापित करा दिया था. बाढ़ पीड़ितों को रातों-रात आदिवासी बाहुल्य ग्राम पंचायत विलघाड़ी में विस्थापित कराया गया था, जहां करीब 40 परिवार निवासरत हैं. लेकिन अब वन विभाग उन्हें वहां से जाने के लिए कह रहा है. ऐसे में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राजा पटेरिया ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की जयंती यानि 14 नवंबर को विशाल आंदोलन करने की बात कही है.
टूटे-फूटे झोपड़े में रहने वाले इन गरीब परिवारों को पंचयात ने हैंडपंप और बिजली जैसी समस्याओं से निजात दिलाई. साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत गरीबों को आवास भी स्वीकृत कराए, इसके लिए आदिवासी ग्रामीणों ने 25 हजार रुपए की पहली किस्त और 40 हजार रुपए की दूसरी किस्त तक जमा कर दी है. अब इन ग्रामीणों की आशियानें की तीसरी किस्त को होल्ड कर दिया गया है, साथ ही जगह खाली करने के लिए कहा जा रहा है. किस्त होल्ड होने से बैंक खाता भी होल्ड हो गए हैं.
पूर्व मंत्री ने दी आंदोलन की चेतावनी