पन्ना। लगातार बारिश से अब किसानों के माथे पर भी चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं. जिले में अतिवृष्टी से किसानों की फसलों को नुकसान हो रहा है. पन्ना, गुन्नौर, पवई तहसील के सभी गावों में फसलों को भारी नुकसान होना बताया गया है. किसानों का कहना है कि सबसे ज्यादा नुकसान उड़द की फसल में हुआ है.
पन्ना जिले में लगातार हो रही बारिश से बढ़ी किसानों की परेशानी, 99 फीसदी उड़द की फसल खराब
बारिश की वजह से पन्ना के किसानों की 99 फिसदी उड़द की फसल खराब हो गई है, जिसके बाद किसानों ने सरकार से मुआवजे की गुहार लगाते हुए कहा अगर मुआवजा नहीं मिला तो वे कर्ज के बोझ में दब जाएंगे.
तेज बारिश की वजह से पन्ना जिले के किसानों की उड़द और मूंग की फसल पूरी तरब खराब हो गई है. किसानों पर इस प्राकृतिक प्रकोप से किसानों की परेशानियां बढ़ गई है. अनुमान लगाया जा रहा है कि पन्ना जिले में एक लाख 6 हजार हेक्टेयर में उड़द की बोनी किसानों के द्वारा की गई थी. किसानों ने बताया की तेज बारिश की वजह से करीब 99 फीसदी फसल खराब हो गई है.
किसानों का कहना है कि फसल में पीला विषाणु रोग और एन्थेक्स के साथ तेज बारिश की वजह से उड़द की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. किसानों ने सरकार से खराब हुई फसलों के मुआवजे की गुहार लगाई है. उनका कहना है कि अगर मुआवजा नहीं मिला तो वे फिर कर्ज के बोझ में डूब जाएंगे. जबकी अब तक अधिकारियों द्वारा किसानों की खराब फसलों का सर्वे तक नहीं करवाया गया है. सागर संभाग के आयुक्त आनंद कुमार शर्मा का कहना है कि किसान की खराब हुई फसलों का सर्वे जल्द ही करवाय जाएगा.