पन्ना।पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते 22 मार्च से अचानक लॉकडाउन लगा दिया गया था, जिसके चलते कई श्रमिक और अन्य लोग जहां थे वहीं फंस कर रह गए थे. शासन-प्रशासन ने अन्य राज्यों से श्रमिकों को उनके गांव और घर पहुंचाने की हर मदद की, लेकिन पन्ना के अजयगढ़ क्षेत्र में आने वाले गांव पिस्टा के एक टोला में महाराष्ट्र से आया एक परिवार अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ लगभग 3 माह से फंसा हुआ था. इस परिवार को पन्ना के कुछ लोगों ने अपने खर्च पर महाराष्ट्र उनके घर पहुंचाया.
लॉकडाउन में फंसा महाराष्ट्र का परिवार, समाजसेवियों की मदद से पहुंचा घर - महाराष्ट्र परिवार
लॉकडाउन लगने के बाद से ही पन्ना के गांव पिस्टा में एक परिवार पिछले तीन महीने से अटका हुआ था और अपने घर महाराष्ट्र नहीं जा पा रहा था, जिसके चलते परिवार की हालत काफी दयनीय हो गई थी. सूचना के बाद शहर के कुछ लोग आगे आए और उन्हें अपने घर पहुंचाया.
लॉकडाउन के दौरान परिवार की हालत ऐसी हो गई थी कि उनके पास खाने-पीने तक के लाले पड़े हुए थे. गांव वालों ने अगर उन्हें कुछ खाने को दे दिया तो उनका पेट भरता था वरना उन्हें भूखा ही रहना पड़ता था. ऐसे में परिवार ने घर पहुंचने की तो आस ही खत्म कर दी थी, लेकिन फिर कुछ लोग पीड़ित परिवार के लिए मसीहा बनकर आए और अपने निजी खर्चे से उन्हें उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया.
समाजसेवियों को जब इस मामले की जानकारी लगी कि एक परिवार अपने बच्चों सहित अजयगढ़ थाना अंतर्गत एक गांव में फंसा हुआ है और उसे महाराष्ट्र अपने घर जाना है. जिसके बाद राजकुमार वर्मा और उनके अन्य साथियों ने मिलकर परिवार की मदद की और उन्हें अपने निजी खर्च पर वाहन उपलब्ध कराकर उन्हें महाराष्ट्र अपने घर के लिए रवाना किया, इस मौके पर पीड़ित परिवार की खुशी देखते ही बन रही थी और उनकी आंखों में आंसू छलक पड़े.