पन्ना।गुन्नौर जनपद पंचायत के पटना तामोली ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले पहाड़ कोठी गांव में अब तक बिजली नहीं पहुंची है, इस गांव में आदिवासी परिवार के लोग दशकों से ढिबरी-लालटेन के उजाले में जिंदगी गुजार रहे हैं. बिजली नहीं होने के कारण ग्रामीण गर्मी से बचने के लिए कभी पेड़ों के नीचे तो कभी खुले आसमान के नीचे रात गुजारते हैं. इतना ही नहीं बिजली नहीं होने से जहां ग्रामीण और बच्चे परेशान हैं, वहीं दूसरी तरफ बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है.
पन्ना के हीरे भी यहां नहीं कर पाये 'उजाला', सात दशक बाद भी विद्युतीकरण का इंतजार - waiting for electrification
अपनी कोख से हीरा उगलने वाली पन्ना की धरती पर दशकों से अंधेरा है, भले ही दुनिया में पन्ना की पहचान हीरे के लिए होती है, पर दुनिया को हीरे की चमक से रोशन करने वाले पन्ना के गुन्नौर विधानसभा क्षेत्र के कई गांव में दशकों से अंधेरा है,

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एक तरफ डिजिटल इंडिया की बातें हो रही हैं तो दूसरी तरफ गांव के रहवासी अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि गांव के सरपंच से लेकर अधिकारियों, नेताओं तक को वह बता चुके हैं, लेकिन गांव में आज तक बिजली नहीं पहुंची. चुनाव के वक्त विधायक, सांसद, मंत्री सब आते हैं. गांव को रोशन करने के वादे भी करते हैं, लेकिन चुनाव खत्म होते ही गधे के सिर से सींग की तरह गायब हो गए. इस मामले में भाजपा और कांग्रेस के नेता एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप कर राजनीति करते नजर आ रहे हैं, जबकि विद्युत विभाग के जूनियर इंजीनियर भी पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं.