पन्ना/नरसिंहपुर:पन्ना जिले के थाना परिसर पवई में शनिवार को सीपीआर के विशेष प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया. वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमएल चौधरी और थाना प्रभारी डीके सिंह आम नागरिकों और पुलिस जवानों को प्राणवायु देकर जान बचाने की तकनीक के बारे में विस्तार से जानकरी दी.
प्रशिक्षण को दौरान सीपीआर बताया गया:प्रशिक्षण में बताया कि कई बार किसी व्यक्ति की अचानक सांस रुक जाती है या फिर कार्डिएक अरेस्ट की स्थिति में किसी को सांस नहीं आती है. इस अवस्था में उसे सीपीआर दिया जाता है, जिसकी वजह से लोगों की जान बचाई जा सकती है. एक तरह से सीपीआर में बेहोश व्यक्ति को सांसें दी जाती हैं, इससे फेफड़ों को ऑक्सीजन मिलती है. साथ ही इससे शरीर में पहले से मौजूद ऑक्सीजन वाला खून संचारित होता रहता है. सीपीआर कोई दवा या इंजेक्शन नहीं है. यह एक तरह की प्रक्रिया है, जिसे मरीज के शरीर पर इस्तेमाल किया जाता है. इस प्रक्रिया में व्यक्ति की सांस रुक जाने पर सांस वापस लाने तक या दिल की धड़कन सामान्य हो जाने तक छाती को दबाया जाता है. जिससे शरीर में पहले से मौजूद वाला खून संचारित होने लगता है.